टीचर की मार से बच्चे जोर-जोर से चिल्लाने लगे। कुछ बच्चों के शरीर पर चोट भी आई है। वहीं अगले दिन सुबह हॉस्टल से ही किसी ने बच्चों के परिजनों को इसकी सूचना दे दी। जिसके बाद परिजन मौके पर पहुंचे। एक बच्चे के शरीर में चोट देखकर मां भी रोने लगे गई। फिलहाल प्रबंधन की तरफ से इस मामले को लेकर कोई बयान सामने नहीं आया है।
बच्चों ने बताया कैसे हुई पिटाई
छात्र आशीष भारती ने कहा कि, हम हॉस्टल में थे। रात में लाइट गुल होने पर गाना गा रहे थे, मस्ती कर रहे थे। उसी समय हमारे जियोग्राफी के सर सौरभ अवस्थी जो वार्डन भी हैं रूम में आए और सब को मारने लगे। मैं बेड में बैठा हुआ था। सर दम लगा-लगाकर मारे। कनपटी में भी मारे। फिर नीलेश भैया सर को मारने से रोके तो सर ने उन्हें भी बहुत मारा।
रोने लगी बच्चे की मां
छात्र प्रिंस की मां ने कहा कि, मुझे सुबह 6 से 7 बजे के बीच जानकारी दी गई कि रात में सर ने बेटे से मारपीट की है। उन्हें वार्डन ने मारा है। बच्चे को कमर में चोट आई है। जानकारी मिलते ही मैं स्कूल आई हूं। बच्चे हैं मस्ती करेंगे ही। लेकिन इस तरह से मारना ये गलत है।वहीं इस संबंध में स्कूल प्रबंधन की तरफ से कोई बयान सामने नहीं आया है। हमने जिला शिक्षा अधिकारी बलिराम बघेल से भी बातचीत करने उनका बयान लेने उन्हें कॉल किया लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया।