टक्कर इतनी जोरदार थी कि पीछे वाले हाइवा का अगला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। हादसे में हाइवा के केबिन में ड्राइवर और हेल्पर दोनों फंस गए। सूचना मिलते ही पुलिस, फायर ब्रिगेड और रक्तदान सेवा समिति की एंबुलेंस मौके पर पहुंची। पास की पंजाब वेल्डिंग दुकान के मालिक ने भी बचाव कार्य में मदद की।
गैस कटर और क्रेन की मदद से करीब 5 घंटे की मशक्कत के बाद सुबह 6:30 बजे हेल्पर को बाहर निकाला गया। डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। ड्राइवर को भी बचा लिया गया। सिहावा पुलिस मामले की जांच कर रही है।
रेत भरकर गंतव्य के लिए निकले थे
बताया जा रहा है कि ड्राइवर की हालत भी गंभीर है। दोनों राजनांदगांव जिले के ग्राम सुखरी गांव थाना डोंगरगांव निवासी है। लक्की यादव (20 साल) कंडक्टर का काम करता है। वह अपने साथी ड्राइवर उमेश दास (32 साल) सुखरी गांव के साथ धमतरी रेत ले जाने के लिए आया था।
हाईवा (क्रमांक CG 08 BA 3691) में रेत भरकर गंतव्य के लिए निकले थे। जैसे ही धमतरी शहर में एंट्री किया तब दानी टोला में पंजाब वेल्डिंग दुकान के पहले दूसरी हाईवा (क्रमांक CG 24 N 1549) खड़ी थी। ड्राइवर कंडक्टर कांच को साफ कर रहे थे।
इसी बीच पीछे से हाइवा बड़ी तेज रफ्तार से पहुंची और सीधे सामने खड़ी हाईवा में घुस गई। इसके बाद चीख पुकार मच गई। दोनों वाहनों के बीच टक्कर की आवाज इतनी तेज थी कि आसपास रहने वालों की नींद खुल गई और लोग भी बचाव के लिए दौड़ पड़े।
5 घंटे की मशक्कत के बाद निकाला
मौके पर कोतवाली प्रभारी राजेश मरई, शिव प्रधान, पंजाब वेल्डिंग के संचालक समेत बड़ी संख्या में लोग वाहनों में फंसे ड्राइवर और कंडक्टर को निकालने खूब मशक्कत की। गैस कटर की भी मदद ली। करीब 5 घंटे की मशक्कत के बाद किसी तरह ड्राइवर और कंडक्टर को बाहर निकाला गया।सुबह 7:00 बजे तक यहां रेस्क्यू अभियान चला। इस भी सड़क के दोनों छोर वाहनों की लंबी कतार लग गई क्रेन की भी मदद ली गई। रेस्क्यू अभियान खत्म होने के बाद सुबह 7:30 बजे यातायत की टीम टीम भी पहुंची। फंसे ड्राइवर कंडक्टर को निकालने में फायर ब्रिगेड के कर्मचारी दिलीप निषाद अरुण यादव नंदकुमार निषाद आदि ने सहयोग किया।