इस मामले में कांटा ऑपरेटर नागेश्वर कश्यप को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। यह मामला 4 जनवरी 2025 को सामने आया था। कोलवासरी बलौदा के ट्रांसपोर्ट डिवीजन मैनेजर पंकज कुमार सिंह ने बलौदा थाने में शिकायत दर्ज कराई थी।
5 टन कोयले की हेराफेरी
शिकायत के अनुसार, कांटा ऑपरेटर और कुछ वाहन चालकों ने मिलकर कोयले की गड़बड़ी की थी। कम तौले गए कोयले की पर्ची में सही तौल दर्ज कर लगभग 5 टन कोयले की हेराफेरी की गई थी। इस कोयले की अनुमानित कीमत 24,000 रुपए बताई गई है।
इस शिकायत पर थाना बलौदा में अपराध क्रमांक 04/2025, धारा 316(4), 3, 5 बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया था। जांच के दौरान पुलिस ने संस्थान में लगे सीसीटीवी फुटेज और कांटा पर्चियों का विश्लेषण किया। इससे साफ हुआ कि कांटा ऑपरेटर और दो वाहन चालकों ने मिलकर कोयले की हेराफेरी की थी।
पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लिया
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जांजगीर-चांपा उमेश कुमार कश्यप के मार्गदर्शन में पुलिस टीम ने मुखबिर की सूचना पर आरोपी के ठिकाने की घेराबंदी की। इस कार्रवाई में 30 वर्षीय प्रदीप नारायण मधुकर को हिरासत में लिया गया। वह चंदनिया, थाना बलौदा का निवासी है।
पूछताछ में प्रदीप ने अपना अपराध कबूल कर लिया। इसके बाद उसे गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया। पुलिस के अनुसार, इस मामले में कुछ अन्य आरोपी अभी भी फरार हैं। उनकी तलाश जारी है।