जानकारी के मुताबिक, ग्राम कांदागढ़ की पूर्व सरपंच सोमती सिदार, तत्कालीन सचिव कृषचंद कर्ष, सहयोगी गौरहरि निषाद, प्रशांत सेठ और टिकेश्वर सेठ उचित मूल्य की दुकान का संचालन कर रहे थे। जून, जुलाई और अगस्त 2018 में हितग्राहियों को दिए जाने वाला चावल, शक्कर, नमक और केरोसिन का वितरण न कर अफरा-तफरी की गई।
जानिए क्या-क्या गड़बड़ी की गई
जिसकी शिकायत के बाद तत्कालीन खाद्य निरीक्षक ने दुकान का भौतिक सत्यापन किया गया। जिसमें जांच में कुल 232.38 क्विंटल चावल, 14.53 क्विंटल शक्कर, 4.16 क्विंटल नमक और 1369 लीटर केरोसिन की गड़बड़ी पाई गई।
तत्कालीन खाद्य निरीक्षक राजन कश्यप ने 24 अगस्त 2018 को जांच रिपोर्ट दी। दस्तावेजों के आधार पर शिकायत पुसौर थाने में शिकायत की गई। जिसके बाद मामले में आरोपियों के खिलाफ अपराध कायम कर पुलिस ने अपनी जांच शुरू की।
एक आरोपी की हो चुकी है मौत
विवचेना के दौरान प्रार्थी और गवाहों के बयान लिए गए। जिसमें आरोपी गौरहरि निषाद, टीकेश्वर सेठ, प्रशांत सेठ और सोमती सिदार को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। तत्कालीन सचिव कृषचंद कर्ष की मौत हो चुकी है। ऐसे में सभी ने अपना अपराध स्वीकार किया। जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा दिया है।