जारी अधिसूचना के मुताबिक, हाईकोर्ट में 12 मई से समर वेकेशन शुरू होगा। लेकिन, 10 मई को शनिवार अवकाश रहेगा। लिहाजा, 9 मई को लास्ट वर्किंग डेट रहेगा। हालांकि, समर वेकेशन के दौरान रजिस्ट्री विभाग खुले रहेंगे और नई याचिकाएं दायर की जा सकेंगी।
ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान केस की सुनवाई के अलावा दूसरे कामकाज जारी रहेंगे, जिसके लिए अलग से व्यवस्था की गई है। इसके तहत सभी सिविल, आपराधिक व रिट मामले दायर किए जाएंगे।
वेकेशन जज करेंगे जरूरी केस की सुनवाई
समर वेकेशन के दौरान मंगलवार और गुरुवार को वेकेशन जज बैठेंगे, जो जरूरी मामलों की सुनवाई करेंगे। किसी भी आपात स्थिति में अवकाशकालीन जज चीफ जस्टिस की स्वीकृति प्राप्त करने के बाद अपने सुनवाई की अवधि को किसी अन्य जज के साथ बदल सकते हैं। अवकाशकालीन जज सुबह 10:30 बजे से डिवीजन बेंच में सुनवाई करेंगे।
आपातकालीन स्थिति में न्यायालयीन समय के बाद भी सुनवाई जारी रख सकते हैं। यदि समय मिला तो अवकाशकालीन जज डिवीजन बेंच के मामलों के पूरा होने के बाद सिंगल बेंच में सुनवाई करेंगे। ग्रीष्म अवकाश के दौरान रजिस्ट्री शनिवार, रविवार और छुट्टियों को छोड़कर प्रतिदिन सुबह 10:00 बजे से शाम पांच बजे तक खुली रहेगी।
ग्रीष्मावकाश में ये मामले किए जाएंगे लिस्टिंग
सभी नई रिट, सिविल, आपराधिक मामलों के साथ ग्रीष्मावकाश के दौरान तुरंत सुनवाई के लिए आवेदन प्रस्तुत किए जाएंगे। नए और लंबित जमानत आवेदनों में तुरंत सुनवाई के लिए आवेदन और ग्रीष्मावकाश के दौरान सुनवाई के लिए आवेदन की आवश्यकता नहीं है और उन्हें ग्रीष्मावकाश के दौरान सूचीबद्ध किया जाएगा।
जमानत आवेदनों के अलावा अन्य लंबित मामलों को सूचीबद्ध करने के लिए, अर्जेंट हियरिंग के आवेदन और ग्रीष्मावकाश के दौरान सुनवाई के लिए आवेदन देना होगा। अवकाशकालीन जज के समक्ष न पहुंचे मामलों को अगले अवकाशकालीन जज के समक्ष एक अलग सूची में सूचीबद्ध किया जाएगा।
अवकाश के दौरान मंगलवार और गुरुवार को होगी सुनवाई
समर वेकेशन के दौरान हाईकोर्ट में वेकेशन जज की व्यवस्था की गई है, जो प्रत्येक मंगलवार और गुरुवार को केस की सुनवाई करेंगे। इसके तहत 13, 15, 20, 22, 27 और 29 मई के साथ ही तीन व पांच जून को अवकाशकालीन बेंच में मामलों की सुनवाई होगी।