
मामला तब सामने आया जब दुर्ग की एक महिला टीचर ने बिरेन से शादी की। दोनों का चार साल का रिश्ता रहा और 2023 में शादी हुई। शादी के समय बिरेन गुजरात से अकेले बिना बारात आए, और ट्रेन की टिकट नहीं मिलने का बहाना बनाया।
शादी के बाद बिरेन कई दिनों तक शिक्षिका को भ्रमित करता रहा और उनके 32 लाख रुपए कैश और 12 लाख के जेवर चुरा लिए। शिकायत मिलने पर पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा किया और बिरेन को गुजरात से गिरफ्तार किया।
पीड़िता ने बताया कि बिरेन खुद को कुंवारा बताकर महिलाओं के साथ धोखाधड़ी कर उन्हें लूटता रहा। उसे फंसाने के बाद ही उसने चौथी शादी की थी। यह मामला मोहन नगर थाना क्षेत्र से जुड़ा है।
दुर्ग की शिक्षिका को कुंवारा बताकर चौथी शादी की
गुजरात के बिरेन कुमार सोलंकी ने 2019 में अपनी तीसरी शादी के लिए विज्ञापन दिया था। इस विज्ञापन को देखकर दुर्ग की एक शिक्षिका ने उनसे शादी की बातचीत आगे बढ़ाई। सोलंकी ने खुद को अविवाहित और एक प्राइवेट कंपनी में उच्च पद पर कार्यरत बताया।
सोलंकी द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर शिक्षिका शादी के लिए तैयार हो गई। 2019 में वह अहमदाबाद, गुजरात गई और वहां बिरेन कुमार सोलंकी से मुलाकात हुई। बातचीत के दौरान दोनों ने एक साल के भीतर शादी करने के लिए सहमति जताई।
पहले लिव इन में रहने का दिया झांसा
मुलाकात के बाद जब शिक्षिका दुर्ग वापस आई, तो आरोपी ने उन्हें कहा कि जब तक सामाजिक रीति-रिवाज अनुसार शादी नहीं होगी, हम लिव-इन रिलेशनशिप में रहेंगे। इस पर शिक्षिका ने हामी भर दी।
नवंबर 2019 में आरोपी पहली बार दुर्ग आया और कुछ दिनों तक शिक्षिका के साथ रहा। इसके बाद वह नियमित रूप से 1-2 महीने के अंतराल पर अहमदाबाद जाती रहीं और वहां दोनों निजी होटल में ठहरते।
साल 2020 से अप्रैल 2023 तक दोनों लिव-इन रिलेशनशिप में रहे। इस दौरान सोलंकी ने यह जानकारी छुपाई कि वह पहले से कई महिलाओं से शादी कर चुका है।
बिना बारात और परिवार के पहुंचा दुर्ग, होटल में शादी की
शादी 3 मई 2023 को दुर्ग के एक होटल में तय हुई। आरोपी ने बहाना बनाया कि ट्रेन की टिकट नहीं मिल रही है, इसलिए परिवार में से कोई नहीं आ पाएगा। वह कार से बिना बारात और परिवार के अकेले गुजरात से आया और दोनों की शादी हुई।
शादी के बाद जब शिक्षिका आरोपी के साथ गुजरात गई, तब भी उसने अपने पैतृक घर ले जाने या रिश्तेदारों से मिलाने से परहेज किया। बाद में पता चला कि जिस पैतृक गांव का नाम आरोपी देता था, वहां उसका कोई घर या रिश्तेदार ही नहीं हैं। शादी के बाद वह उसे एक अन्य घर ले गया और एक सप्ताह रहने के बाद शिक्षिका को दुर्ग वापस भेज दिया।
18 लाख बैंक ट्रांजैक्शन, 5 लाख कैश और 12 लाख के जेवर हड़पे
आरोपी ने 2020 में लोन लेकर मकान खरीदने की बात कह कर हर महीने किश्त की राशि अपने बैंक खाते में मंगवाता था। झांसा देता था कि वो घर बाद में उसके नाम कर देगा। इसके अलावा 2021 से 2024 के बीच यूपीआई और बैंक ट्रांसफर से लगभग 18 लाख रुपए, अलग-अलग मौकों पर करीब 5 लाख रुपए कैश, सोने के गहने गिरवी रखवाकर 1.3 लाख का गोल्ड लोन, जिसकी किस्तें अभी भी शिक्षिका भर रही है।
इसके अलावा साल 2024 में दुर्ग में घर पर आते समय आरोपी शिक्षिका के 12 लाख रुपए के जेवरात और मोबाइल चोरी करके गुजरात भाग गया।
तीसरी शादी के एक महीने बाद ही चौथी शादी कर ली
दुर्ग की शिक्षिका से आरोपी की तीसरी शादी थी। इसके बाद जून 2023 में आरोपी ने चौथी शादी गुजरात की सरकारी डॉक्टर से की। इसकी जानकारी शिक्षिका को हुई। जब बात खुली तो उससे पहले की दो शादी के बारे में भी पता चला। वहीं तीन बड़े-बड़े बच्चों की भी पोल खुली। बच्चों की उम्र लगभग 35 वर्ष, 27 वर्ष, एवं 25 वर्ष है।
आरोपी का केवल एक ही पत्नी के साथ तलाक हुआ था। शिक्षिका ने बताया कि जब भी वो पैसों की बात करती थी तो वो हमेशा गाली-गलौच करते हुए कहता है कि हमारा तुम्हारा कोई संबंध नहीं है। साथ ही कहता था कि घर और जेवर बेच दिया है।
आधार कार्ड और वोटर कार्ड भी अलग-अलग
पीड़ित शिक्षिका के मुताबिक आरोपी बिरेन कुमार सोलंकी अपना नाम और पता भी बदलता रहता है। बिरेन के पिता ने उसका नाम दिलीप सिंह झाला रखा था। उसकी पूर्व की दोनों पत्नियों के बच्चे अपने पिता के नाम के आगे झाला लिखते हैं। उसका वोटर आईडी और आधार कार्ड भी अलग-अलग नामों से है।
मोहन नगर पुलिस ने अपराध दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। शिक्षिका ने इस पूरे मामले में सरकारी महिला डॉक्टर की भी शिकायत की है, पुलिस उस डॉक्टर की भूमिका की भी जांच कर रही है।