निर्माण कार्यों का मजदूरी भुगतान वर्षों से अटका क्षेत्रवासी आंदोलन करने के लिए मजबूर

 

पूरन मेश्राम/मैनपुर।उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व तौरेंगा परिक्षेत्र के गांवो में वन विभाग के द्वारा जंगली जानवरों एवं पशु पक्षियों के लिए तालाबो मे जल स्रोत,वृक्षारोपण एवं निर्माण कार्यो के लिए लाखों करोड़ों रूपयो का कार्य कराई गई है। जिसमें शासकीय राशियों का वन विभाग के मैदानी अमलों के अधिकारी कर्मचारियों के द्वारा खुलेआम लाखों रुपए का बंदरबाट किया गया है। ऐसा ग्रामीणों के द्वारा बताया जा रहा है। मजदूरों के मजदूरी भुगतान वर्षो बीतने के बाद भी लंबित है।विभागीय अधिकारियो के द्वारा मजदूरो के मजदूरी भुगतान के लिए हिसाब किताब भी नहीं किया गया है। फर्जी मस्टर रोल तैयार कर शासकीय राशियों का गबन किया गया है। सबसे बडा़ मालगुजार वन विभाग जो गरीबो के साथ ऐसा गड़बड़ी करेगा ताजुब्ब लग रहा है।जिनका मुखिया ईमानदार कर्तव्य नैष्ठिक आफिसर उनके कर्मचारी ऐसा गड़बड़ी करेगा क्षेत्रवासी सपना में भी नहीं सोच सकता है। जिनके कारनामे को उजागर करने के लिए क्षेत्रवासी आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे। रणनीति बैठक कुछ ही दिनों में राजापडा़व क्षेत्र में होकर मजदूरी भुगतान के लिए बहुत बड़ा आंदोलन करने की तैयारी कर रहे है।

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