टाइगर रिजर्व के कोर क्षेत्र के 5 गांवों को 14 हजार हेक्टेयर वनों पर दिया गया अधिकार
रायपुर। छत्तीसगढ़ में सोमवार को विश्व आदिवासी दिवस का उत्साह छाया रहा। सरकार की ओर से आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनके मंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़े। मुख्यमंत्री निवास में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, आदिम जाति विकास मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत और दूसरे मंत्री आदिवासी नर्तकों के साथ मांदर की थाप पर झूम कर नाचे। जिलों में कई मंत्री और विधायकों के साथ जिला पंचायतों के जनप्रतिनिधि और आदिवासी समाज के लोगों को शामिल किया गया। मुख्यमंत्री निवास में भी सामुदायिक वन अधिकार पत्र वितरित किया गए। पहली बार उदंती-सीतानदी टाइगर रिजर्व के कोर क्षेत्र के 5 गांवों को 14 हजार हेक्टेयर वनों पर सामुदायिक अधिकार दिया गया। इसका मतलब यह होगा कि कोर क्षेत्र के वनों में भी संबंधित गांव के लोग लघु वनोपजों का संग्रह कर पाएंगे। मवेशियों की चराई करा सकेंगे। वहां के वनों की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी उठाएंगे। वहीं धमतरी के नगरी नगर पंचायत के कुछ वार्डों को सामुदायिक वन अधिकार पत्र दिया गया। देश में ऐसा पहली बार हुआ है, जब ऐसा किया गया है। यहां 10 हजार 200 एकड़ भूमि पर सामुदायिक अधिकार दिया गया।
बस्तर संभाग की नौकरियों में स्थानीय को प्राथमिकता की मांग
जगदलपुर में बैठे आबकारी मंत्री कवासी लखमा और बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष लखेश्वर बघेल ने सरकारी नौकरियों में बस्तर क्षेत्र के स्थानीय निवासियों को ही प्राथमिकता देने की मांग की। उनका कहना था, यहां के लोग दूसरे जिलों में नहीं जाना चाहते। अगर उनको यहीं रोजगार मिलेगा तो स्थानीय समुदाय के लिए बेहतर होगा। लखेश्वर बघेल ने बस्तर की पर्वतारोही नैना सिंह धाकड़ को सरकारी नौकरी देने की मांग की।
नई घोषणा नहीं, मांगों पर विचार का आश्वासन
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बस्तर के मंत्रियों-विधायकों की मांगों पर विचार का भरोसा दिलाया। बघेल ने अपने संबोधन में किसी नई योजना की घोषणा नहीं की। उन्होंने कहा, उनकी सरकार आदिवासी समाज के सामाजिक-राजनीतिक विकास के लिए काम कर रही है। वन अधिकार पत्रों, अबूझमाड़ के गांवों के राजस्व सर्वेक्षण और स्कूल-कॉलेज खोले जाने, शिक्षकों की नई भर्तियों से आदिवासी समाज के सामने नए अवसर खुले हैं।
पहली बार खेती कर रहे लोग भी पेड़ लगाएं तो 10 हजार मिलेगा
वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने बताया, वन क्षेत्रों में पट्टों पर पहली बार खेती कर रहे लोग भी अगर फलदार पौधा लगाते हैं तो अगले तीन साल तक 10 हजार रुपए सालाना मिलेगा। पहले सामान्य योजना में धान की खेती छोड़कर पेड़ लगाने वालों को ही मिलता था फायदा। आदिम जाति विकास मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने बताया, सरकार आदिवासी संस्कृति और परंपरा के संरक्षण के साथ सामाजिक-आर्थिक विकास के मोर्चे पर भी काम कर रही है।
मुख्यमंत्री निवास में हुई बूढ़ादेव और दंतेश्वरी माई की पूजा
मुख्यमंत्री निवास में आज सीएम भूपेश बघेल और मंत्रियों ने बूढ़ा देव की पूजा की। महुआ से तर्पण किया। दंतेश्वरी माता की धूप-दीप से पूजा की। बाद में शहीद वीर नारायण सिंह के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। इस दौरान हमर जंगल, हमर अधिकार फिल्म का ट्रेलर जारी हुआ। एकलव्य और प्रयास आवासी विद्यालयों के बच्चों को लैपटॉप और 50 हजार रुपए दिए गए। प्रतीक स्वरूप सामुदायिक और व्यक्तिगत वन अधिकार पत्र का वितरण किया गया।