रायपुर. नाग पंचमी के अवसर पर गुढ़ियारी में आयोजित कुश्ती प्रतियोगिता में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 2 घोषणाएं की है. सीएम ने राज्य स्तरीय कुश्ती अकादमी खोलने और राज्य के अखाड़ों के संरक्षण, समर्थन और सहायता के लिए बजरंगबली अखाड़ा प्रोत्साहन योजना प्रारंभ करने की घोषणा की है.
गुढ़ियारी में नाग पंचमी के अवसर पर सोमवार को कुश्ती प्रतियोगी का आयोजन किया गया. इस कुश्ती प्रतियोगिता में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल उपस्थित रहे. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ कांग्रेस विधायक विकास उपाध्याय समेत खिलाड़ी और स्थानीय लोग उपस्थित रहे.
सीएम को याद आया बचपन
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि आज जब यहां आया तो मुझे अपने बचपन की याद आ गई. जब हम लोग प्राइमरी स्कूल में पढ़ते थे तब नाग पंचमी के दिन स्कूल में स्लेट में नाग नागिन की तस्वीर बनाकर ले जाते थे. धूप, अगरबत्ती, गुलाल ले जाते थे और स्कूल में उसकी पूजा करते थे. गांव-गांव में अखाड़ा और मलखंब होते थे. सब जगह इसका आयोजन होता था. हमारे समय में स्कूल में एक गीत हुआ करता था ‘सूरज के आते भोर हुआ’. सीएम ने सभी को नाग पंचमी की बधाई बधाई दी.
रायपुर में अखाड़े का 100 साल का इतिहास- सीएम
सीएम ने कहा कि रायपुर में कम से कम 100-100 साल का इतिहास अखाड़े का है. वैसे अखाड़े की शुरुआत गोस्वामी तुलसीदास जी ने बनारस में की थी. 500-600 साल पहले जिस चीज की शुरुआत हुई थी आज भी वह चल रहा है. उन्होंने आगे कहा कि ऐसा कोई अखाड़ा नहीं है जहां बजरंगबली की तस्वीर ना हो और उसकी पूजा किए बिना कोई अखाड़े में उतरा हो. ऐसी परंपरा हमारे यहां है. आज जो कुश्ती हुई खूब मजा आया सभी लड़के-लड़कियों को मैं बधाई शुभकामनाएं देता हूं.