अग्निपथ के विरोध में सीएम ने दिया धरना, कहा- जिनके लिए भर्ती निकाली उनसे एक बार भी नहीं पूछा, सीधा आदेश कर दिया

Chhattisgarh Crimes

रायपुर. ईडी और अग्निपथ योजना के विरोध में कांग्रेस ने प्रादेशिक स्तर पर सत्याग्रह आंदोलन किया. सभी विधायक मंत्री अपने अपने विधानसभा क्षेत्रों में सत्याग्रह में शामिल हुए. अखिल भारतीय कांग्रेस के निर्देश पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी अपने विधानसभा पाटन के सात्याग्रह में शामिल हुए. मुख्यमंत्री ने कहा कि वैसे भी लंबे समय से धरना नहीं दिया है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्र की अग्निपथ योजना पर कहा कि मैंने लोगों से पूछा कि अग्निवीर के बारे में क्या कहना चाहते हैं तो लोगों ने कहा कि यह ठीक नहीं है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि अग्निवीर और अग्निपथ योजना की जरूरत क्या है. अग्निवीर को 6 महीने तक तो मार्च पास्ट की जरूरत होती है. सीएम बघेल ने कहा कि अग्निवीर को पता है कि वह 3 साल बाद रिटायर होने वाले हैं. सीएम ने कहा कि शादी के कार्ड में भी लड़के के नाम के आगे लिखा होगा भूतपूर्व सैनिक. केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि किसी नौजवान से नहीं पूछा कि अग्निवीर, अग्निपथ योजना ला रहे हैं. सीधा आदेश कर दिया.

मुख्यमंत्री ने भाजपा नेताओ के बयानों पर भी निशाना साधा. उन्होंने कैलाश विजयवर्गीय और खट्टर के बयान पर कहा कि बीजेपी नेता कह रहे हैं कि सैनिकों को रिटायरमेंट के बाद को भाजपा कार्यालय में नौकरी देंगे. भाजपा नेताओं की नजरों में सैनिकों की क्या स्थिति है. मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में 26 लाख पद खाली है. उसमें भर्ती नहीं की जा रही है, बल्कि कॉरपोरेट क्षेत्र से लोगों को लाकर IAS की जगह नौकरी करवा रही है. केंद्र सरकार पर तंज कसते हुए सीएम बघेल ने कहा कि यह सरकार किसानों को खाद नहीं दे पा रही है. युवाओं को रोजगार नहीं दे पा रही है. केंद्र सरकार नौकरियां खत्म कर रही है. देश की संपत्ति को बेचने का काम केंद्र सरकार कर रही है. सीएम ने छत्तीसगढ़ की वैकेंसी की तुलना देश की अग्निपथ योजना से की है. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे यहां कोई भर्ती खुलती है तो 10 हजार वैकेंसी पर लाखों आवेदन आ जाते है. लेकिन अग्निवीर के लिए देश में अभी सिर्फ 55 हजार आवेदन आए हैं. जबकि वह देश के लिए है.

सीएम ने कहा कि अग्निपथ योजना के कारण सेना कमजोर होगी. इससे हमारे युवाओं का भविष्य अंधकार में जा रहा है. सीएम ने कहा कि पुलिस को लॉ एंड आर्डर सिखाया जाता है. लेकिन सेना में सिर्फ दो बात सिखाई जाती है. एक दोस्त और दूसरा दुश्मन, सेना में सिर्फ गोली मारना सिखाया जाता है. सेना के जवान को पुलिस में कैसे भर्ती किया जा सकता है, क्योंकि उसे सिर्फ गोली चलाने सिखाया गया है.

इस दौरान सीएम ने ईडी की कार्रवाई का भी जमकर विरोध किया. उन्होंने कहा कि ईडी अब इलेक्शन डिपार्टमेंट हो गया है. राहुल गांधी से पूछताछ की गई. ईडी तब तक पूछतांछ नहीं कर सकती जब तक एफआईआर दर्ज ना हो. लेकिन राहुल गांधी से पूछताछ की गई. जबकि एफआईआर देश में कहीं दर्ज नहीं हुई थी. मनी लॉन्ड्रिंग में पूछताछ की जा रही थी. नेशनल हेराल्ड को अंग्रेजों ने यह पेपर बंद कर दिया था. सीएम बघेल ने कोरोना काल में मीडिया के क्राइसेस का उदाहरण देकर कहा कि उसी तरह नेशनल हेराल्ड को बचाने के लिए उसे कर्जे से बाहर निकालने के लिए 2002 से 2011 तक चैक के माध्यम से 90 करोड़ रुपये दिए. इसकी चुनाव आयोग से भी शिकायत की गई. मुख्यमंत्री ने कहा कि 2002 का मामला है. जबकि इतने दिन से नहीं पूछा अब पूछ रहे हैं.