पीएल पुनिया से कांग्रेस जिलाध्यक्षों ने कहा- कार्यकर्ता नाराज हैं, उनका काम नहीं हो पा रहा; विधायकों पर भी समन्वय नहीं बनाने का आरोप

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रायपुर। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस प्रदेश कार्यकारिणी और जिलाध्यक्षों की बैठक खत्म हो गई है। दोपहर 12.30 बजे से शुरू हुई यह बैठक देर तक चलती रही। बैठक में कई जिलाध्यक्षों ने वरिष्ठ नेताओं के शिकायत करते हुए कहा कि जिले में कलेक्टर और SP उनकी नहीं सुनते हैं। एक जिलाध्यक्ष ने तो यहां तक कह दिया कि सरकार में कार्यकर्ताओं का ही काम नहीं हो पा रहा है। इसकी वजह से वे नाराज हैं।

कांग्रेस की इस बैठक में AICC के प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया, सह प्रभारी डॉ. चंदन यादव और सप्तगिरी शंकर उलका समेत जिले के अध्यक्ष शामिल हुए। बैठक में पिछले दिनों हुए आंदोलनों की समीक्षा की गई। साथ ही संगठन के मुद्दों पर बात हुई। इस दौरान कई जिलाध्यक्षों ने खुलकर अपनी नाराजगी जताई। एक जिलाध्यक्ष ने कहा, स्थानीय विधायक संगठन के साथ समन्वय बनाकर काम नहीं करते। बताया जा रहा है कि जिलाध्यक्षों की शिकायतें सुनने के बाद प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि सबकी बातों का ध्यान रखा जाएगा। कोशिश होगी कि संगठन, सरकार और प्रशासन तीनों में समन्वय के साथ काम हो। बैठक में संगठन के विस्तार और आगामी कार्यक्रमों पर भी चर्चा हुई।

पुनिया ने मांगी प्रभारियों मंत्रियों की रिपोर्ट

पीएल पुनिया ने कहा, प्रभारी मंत्री अपने जिलों में कितने दिन गए। वहां क्या-क्या काम किया। इसकी पूरी रिपोर्ट बननी चाहिए। उन्होंने जिलाध्यक्षों से ऐसी रिपोर्ट नियमित तौर पर प्रदेश कार्यालय भेजने के लिए कहा है। उन्होंने कार्यकारिणी की बैठक में नहीं आए नेताओं से कारण पूछने को कहा है।

चुनावी मिशन 2023 और 2024 पर बात

बैठक में पदाधिकारियों के बीच आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनाव की रणनीति पर भी चर्चा हुई। पिछली बार की तरह कांग्रेस का जोर बूथ प्रबंधन पर है। पिछले सप्ताह संभागीय बूथ प्रबंधन समितियां बनाई गई थीं। दिसम्बर 2021 तक सभी बूथ समितियों का पुनर्गठन पूरा कर लेने के निर्देश दिए गए हैं। प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने बताया कि प्रदेश के 23 हजार 737 बूथों का पुनर्गठन किया जाना है। यह काम दिसंबर तक करना है, ताकि विधानसभा और लोकसभा चुनाव में पार्टी और मजबूत होकर उभरे।

कार्यकारिणी की बैठक में सीएम नहीं थे

प्रदेश कार्यकारिणी की इस बैठक में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शामिल नहीं हुए। वे शहर में ही थे, लेकिन निगम-मंडलों के अध्यक्षों के शपथ ग्रहण के वर्चुअल कार्यक्रमों में शामिल हुए। इस बारे में पूछे जाने पर प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया ने कहा, ‘मुख्यमंत्री दूसरे कार्यक्रमों में व्यस्त थे। उनके साथ सुबह एक बैठक हुई है।’