कोरोना संक्रमण के रोक-थाम के लिए गंभीर हैं प्रदेश के मुखिया
रायपुर। कोरोना देश सहित प्रदेश में तेजी से बढ़ता जा रहा है। अगर हम अपने राज्य छत्तीसगढ़ की बात करें तो पिछले 15 दिनों में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि होती जा रही है। प्रदेश में अनेक स्थान हॉटस्पाट बन चुके हैं। राजधानी रायपुर में रोज कोरोना बम फुट रहा है। कोरोना के संक्रमण की गति को विराम देने के लिए प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल ने प्रदेश के जिला कलेक्टरों को स्थिति को देखते हुए लॉकडाउन करने का निर्देश दिया है।
वहीं हमारे मुखिया श्री बघेल कितने चिंतित, कितने गंभीर हैं कोरोना संक्रमण के रोकथाम और उसके उपचार के लिए इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि शनिवार को उन्होंने भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) नई दिल्ली के डायरेक्टर जनरल प्रोफेसर बलराम भार्गव से दूरभाष पर चर्चा करते हुए कोविड-19 के नियंत्रण हेतु प्लाज्मा थेरेपी सहित अन्य विषयों पर विस्तार से चर्चा की। वहीं प्रदेश में कोरोना वायरस के नियंत्रण के लिए अपनाए जा रहे उपायों के साथ ही कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए इलाज सुविधों में किए जा रहे विस्तार और कोविड-19 टेस्टिंग की संख्या में बढ़ोत्तरी के संबंध में उन्होंने जानकारी दी। साथ ही प्रदेश के अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू और स्वास्थ्य सचिव निहारिका बारिक सिंह से प्लाज्मा थेरेपी के संबंध में कार्यवाही करने के निर्देश दिया।
प्रदेश के मुखिया श्री बघेल ने अपने परिवार (छत्तीसगढ़ की जनता) को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने अपने सारे संशाधनों का प्रयोग करते हुए लोगों को कोविड-19 के नियमों का पालन करने का लगातार निवेदन किया जा रहा है। संक्रमण ना फैले इसके लिए उन्होंने सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना भी अनिवार्य किया है। प्रदेश के मुखिया ने नगर निगम, नगर पालिका, नगर पंचायत, ग्राम पंचायतों में लाउडस्पीकर से पाम्पलेट व समाचार पत्रों के माध्यम से अपने परिवार के सदस्यों (छत्तीसगढ़ की जनता) से बार-बार आग्रह किया जा रहा है कि नियमों का पालन करें, घर पर रहें, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें, अनावश्क रूप से ना घूमें, अगर कोई संक्रमित हो गया है और लक्षण दिखाई दे रहा है तो तत्काल इसकी सूचना दें।
अगर प्रदेश की जनता पूरी इमानदारी से राज्य के मुखिया की बात को मानती तो ना ही कोरोना का संक्रमण इतनी रफ्तार पकड़ पाता और ना ही प्रदेश के जिलों में लाकडाउन लगाने की नौबत ही आती।
प्रदेश में वर्तमान में अनेकों जिलों में लॉकडाउन है, उसके बावजूद लोग अभी भी गंभीर नहीं हैं। लोगों को अनावश्यक घर से निकलने मना किया गा है। बावजूद इसके लोग बेखौफ घर से बाहर निकल रहें हैं। कभी दूध का बहाना तो कभी राशन का बहाना तो कभी मेडिकल का बहाना कर तफरी के लिए घूम रहे। घर से बाहर निकलकर मौज-मस्ती कर रहे हैं। यह क्या है अरे भाई सरकार क्यों बोल रही है सावधानी बरतें, अनावश्यक रूप से घर से बाहर ना निकलें। यह इसलिए बोला जा रहा है कि घर के बाहर कोरोना संक्रमण का खतरा है। आप उससे बचे रहें इसलिए कहा जा रहा है। एक बात और सरकार ने मास्क पहनने की अनिवार्यता की है, इसके बाद भी बहूत से लोगों को मजाक लगता है कि मुझे कुछ नहीं होने वाला। ऐसे लोगों से बस यही निवेदन है कि वे भ्रम की अपनी दुनिया से बाहर निकलें और देश सहित विदेशों में किस तरह लोग इस वायरस के संक्रमण में आकर त्रासदी का दंश झेल रहे हैं यह जरुर देखें। फिर उन्हें समझ आ जायेगा कि हमारे प्रदेश के मुखिया ने मास्क पहनना क्यों अनिवार्य किया है।
प्रदेशवासियों से छत्तीसगढ़ क्राइम्स परिवार हाथ जोड़ कर निवेदन करता है कि प्रदेश के मुखिया श्री बघेल, स्वास्थ्य विभाग, पुलिस प्रशासन विभाग हमारे सुखद स्वास्थ्य और कोरोना मुक्त जीवन के लिए जो प्रयास कर रहे हैं उस पर पानी ना फेरें, नियमों को मानें और घरों पर रहें, स्वस्थ्य रहें।
अगर प्रदेश में लोगों के द्वारा लापरवाही का सिलसिला इसी प्रकार जारी रहा और कोरोना संक्रमित मरीजों का मिलना यूंही जारी रहा तो जो लाकडाउन 7 दिनों के लिए लगाया गया है उसे और भी आगे बढ़ाया जा सकता है, ऐसे भी संकेत मिल रहे हैं।