पायलट प्रोजेक्ट के तहत गरियाबंद जिले में कोरोना किट प्रदान

Chhattisgarh Crimes

गरियाबंद। विश्वव्यापी महामारी कोविड 19 अभी भी समाप्त नहीं हुआ है, यद्यपि पॉजिटिव केस कम जरूर हुए हैं। इससे बचाव हेतु 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों का कोविड टीकाकरण अभियान लगातार चल रहा है। कोरोना की रोकथाम के लिए शासन द्वारा स्वास्थ्य विभाग के साथ सभी विभागों का समन्वय स्थापित कर सभी आवश्यक प्रयास किए जा रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना की रोकथाम के लिए मितानिनों की भूमिका सराहनीय है।

गरियाबंद जिला के कलेक्टर के निर्देशानुसार और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एन आर नवरत्न के मार्गदर्शन में गरियाबंद जिले की सभी मितानिनों को अब एक और जिम्मेदारी सौंपी जा रही है। जिसके अंतर्गत मितानिन को एक कोविड सुरक्षा किट प्रदान किया जा रहा है। इस किट में एक पल्स ऑक्सीमिटर, सात डिजिटल थर्मामीटर,एक थर्मल स्कैनर, सात एन 95 मास्क , फेसशील्ड ,अल्कोहल स्वाब , हाथ धोने के लिए साबुन, और सेनिटाइजर दिया जा रहा है। जिसका उपयोग मितानिन अपने ग्राम पारा में होम आइसोलेशन वाले कोविड पॉजिटिव मरीज या संभावित मरीजों की देखभाल करते हुए कर सकती है। प्रायः देखा गया है कि ग्रामीण इलाकों के गरीबों को जो घर में ही रहकर अपना इलाज कराना चाहते हैं उन्हे अपना ऑक्सीजन लेबल जांच कराने हेतु पल्स ऑक्सीमिटर को अधिक दाम में खरीदना पड़ता था।

कई लोग खरीद नहीं पाते , जिससे ऑक्सीजन लेबल कम होने से समय पर अस्पताल भी नहीं पहुंच पाते थे जिससे कभी कभी उनकी मौत भी हो जाती थी। इसी तरह की समस्या को दृष्टिगत रखते हुए गरियाबंद विकासखंड के पिपरछेड़ी में कमार भूंजिया आदिवासी बहुल इलाके के 5 संकुल की मितानिनों को कोविड 19 के संभावित तृतीय लहर से बचाव हेतु मरीजों की देखभाल और त्वरित निदान के लिए छत्तीसगढ़ शासन द्वारा उपलब्ध कराए गए कोविड19 सुरक्षा किट का वितरण कार्य का शुभारंभ जनपद पंचायत अध्यक्ष महोदया लालिमा ठाकुर और जनपद सदस्य वीरेन्द्र ठाकुर द्वारा किया गया। इस अवसर पर जिला मितानिन समन्वयक बसंत जैन और शास. नोडल पर्सन के.के. कृशानू द्वारा मितानिनों को सुरक्षा किट के उपयोग के संबंध में विस्तृत प्रशिक्षण भी दिया गया। जिसमे ब्लॉक समन्वयक भागवत ध्रुव, मितानिन प्रशिक्षक सरोज ध्रुव, लता शर्मा, यशोदा यादव औरकाफी संख्या में मितानिन बहनें उपस्थित थे।