कोरोना की सबसे बड़ी मार: इस कम्पनी ने लिया 32 हजार स्टाफ की छंटनी का फैसला, अगले साल निकाले जाएंगे

Chhattisgarh Crimes

नई दिल्ली। पूरी दुनिया में कहर बरपा रही कोरोना वायरस महामारी की सबसे बड़ी मार दुनिया की दिग्गज एंटरटेनमेंट कंपनी वॉल्ट डिज्नी के कर्मचारियों पर पड़ी है। वॉल्ट डिजनी ने एक बड़ा फैसला लेते हुए 2021 की पहली छमाही में 32 हजार कर्मचारियों की छंटनी करने का फैसला लिया है। वॉल्ट डिजनी ने अपनी मजबूरी दिखाते हुए कहा है कि कोरोना महामारी के चलते ग्राहकों की भारी कमी हुई है। ऐसे में कर्मचारियों की छंटनी करना जरूरी हो गया है।

दुनिया की दिग्गज कंपनी वॉल्ट डिजनी ने सिक्योरिटीज ऐंड एक्सचेंज को भेजी गई जानकारी में साफ कहा है कि उसने 2021 की पहली छमाही में यह छंटनी करने का फैसला लिया है। इससे पहले कंपनी ने 28 हजार लोगों की ही छंटनी करने की बात कही थी। हालांकि कंपनी ने आधिकारिक रूप से नहीं बताया है कि ताजा छंटनी का शिकार होने वाले 32 हजार कर्मचारियों में पूर्व में हटाए गए 28 हजार कर्मचारी भी शामिल है या नहीं। हालांकि कंपनी के सूत्रों ने पुष्टि की है कि पूर्व में हटाए गए लोग भी इस आंकड़े में शामिल हैं।

इसी महीने कंपनी ने कहा था कि वह दक्षिणी कैलिफॉर्निया स्थित अपने थीम पार्क से कुछ और वर्कर्स को हटाने की तैयारी में है। कंपनी का कहना है कि कोरोना से बचने के लिए लागू पाबंदियों के चलते उसके अधिकतर थीम पार्क बंद हैं, जिसके चलते कंपनी का बड़े पैमाने पर नुकसान उठाना पड़ रहा है। बीते महीने पेरिस में भी डिज्नीलैंड पेरिस को बंद करना पड़ा, क्योंकि फ्रांस की सरकार ने कोरोना संकट से निपटने के लिए फिर से लॉकडाउन लगाने का फैसला लिया है। हालांकि फ्लोरिडा और अमेरिका से बाहर अन्य थीम पार्कों को खोल दिया गया है, लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग, टेस्टिंग और मास्क पहनने के नियमों का सख्ती से पालन होने के कारण कारोबार पर प्रभाव पड़ा है।

बता दें कि कोरोना संकट के चलते दुनिया भर में अब तक करोड़ों लोगों को अपनी नौकरियां या रोजगार गंवाना पड़ा है। इस अभूतपूर्व संकट की मार भारत पर भी पड़ी है। अकेले भारत में मार्च से सितंबर के बीच करीब 4 करोड़ लोगों को असंगठित क्षेत्र में नौकरियां खोनी पड़ी हैं। भारत में कोरोना की दूसरी लहर पैदा होने के डर के कारण एक बार फिर अनिश्चितता का माहौल छा गया है।

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