रायपुर। राजधानी में संपत्ति कर जमा करने को लेकर लोग रुचि नहीं दिखा रहे हैं। रायपुर नगर निगम राजस्व वसूली पर जोर दिए हुए है। मार्च के अंतिम सप्ताह तक संपत्तिकर जमा कराने का लक्ष्य तय किया गया है। नगर निगम ने इस वर्ष तकरीबन 131 करोड़ रुपये संपत्तिकर के रूप में वसूलने का लक्ष्य रखा है। लेकिन लोगों की रुचि न के बराबर होने पर निगम तनाव में है।
सभी संपत्ति धारकों से निगम ने अपील किया है कि वे निगम में संधारित की जाने वाले डिमांड रजिस्टर में अपने स्वामित्व के भवन तथा परिवर्तित खुली भूमि का नामांतरण अपने नाम से अनिवार्य रुप से कराएं। नामांतरण के लिए सपत्ति अर्जन के दस्तावेजों सहित अपने क्षेत्र के जोन कार्यालय में जोन कमिश्नर, सहायक राजस्व अधिकारी अथवा अपने वार्ड के राजस्व उप निरीक्षक या सहायक राजस्व निरीक्षक से संपर्क करें।
जिन भवन अथवा भूमि स्वामियों के द्वारा नामांतरण की कार्रवाई पूर्ण करा ली गई गई हो वे तत्काल अपने संपत्ति कर एवं अन्य करों की राशि का भुगतान करें। भुगतान के दौरान भीड़ की वजह से उत्पन्न होने वाली असुविधा से बचें। निगम अधिकारियों का कहना है कि संपत्ति कर का भुगतान नहीं करने पर संपत्ति स्वामी अर्थदंड के भागी होंगे। इसलिए सभी संपत्ति स्वामी अनिवार्य रूप से अपनी संपत्तियों का नामांतरण एवं समय पर अपने संपत्ति कर का भुगतान करना सुनिश्चित कर लें। रायपुर शहर के विकास में भागीदार बनें एवं विकास की इस प्रक्रिया में नगर पालिक निगम रायपुर के सहभागी बनें।