कसेकेरा में सशिमं के नवीन आचार्य संकल्पना वर्ग का आयोजन, 30 को होगा समापन
बागबाहरा। सरस्वती शिक्षा संस्थान, छत्तीसगढ़ के जिला प्रतिनिधि व स्थानीय स.शि.मं. संचालन समिति के सदस्य अनिल पुरोहित ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को राष्ट्र की चैतन्य जन-शक्ति का अग्रदूत बताया और कहा है कि सांस्कृतिक राष्ट्रवाद और संगठित हिन्दू समाज के साथ एक प्रखर, ओजस्वी नेतृत्व की क्षमता से युक्त भारत के निर्माण का कार्य संघ सतत करता आ रहा है। श्री पुरोहित रविवार को समीपस्थ कसेकेरा स्थित सरस्वती ग्राम गंगा उ.मा. विद्यालय में आहूत रायपुर व राजिम विभाग के नवीन आचार्य संकल्पना वर्ग को संबोधित कर रहे थे।
श्री पुरोहित ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना से लेकर अब तक की यात्रा पर संक्षेप में प्रकाश डाला और कहा कि आद्य सरसंघचालक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार ने संघ का जो बीजारोपण किया था, आज वह वटवृक्ष बन गया है और हिन्दुत्व, राष्ट्रीयता, सेवा व संस्कार के साथ राष्ट्र समर्पित पीढ़ी गढ़ने का काम समाज जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में कर रहा है। रास्वसं के 50 अनुषांगिक संगठनों द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में किए जा रहे कार्यों की चर्चा करते हुए श्री पुरोहित ने कहा कि स.शि.मं. के नवीन आचार्यों व दीदीयों को संघ के वैचारिक अधिष्ठान को आत्मसात करना चाहिए। संघ को पढ़कर-समझकर तथा संघ कार्य में प्रत्यक्ष सहभागी होकर ही संघ की महती भूमिका अनुभव की जा सकती है।
विद्या भारती संघ के विचारों से अनुप्राणित संस्था है, अतः संघ कार्य को उसके पूरे परिप्रेक्ष्य में समझकर ही स.शि.मं. योजना के अनुरूप कार्य करने में आचार्यों व दीदीयों को सुगमता होगी। श्री पुरोहित ने कहा कि संघ सांस्कृतिक राष्ट्रवाद का चेतना-दूत है और सेवा, संस्कार के साथ-साथ देश पर आई प्राकृतिक आपदा और विभाजन के बाद उत्पन्न प्रतिकूल परिस्थितियों में संघ ने अपनी सकारात्मक भूमिका से अपनी विश्वसनीयता बढ़ाई है। देश पर आई युद्ध की विभीषिका के दौरान भी संघ ने अनथक राहत व सेवा कार्यों का संचालन किया। संघ के सभी दिवंगत सरसंघचालकों का स्मरण करते हुए श्री पुरोहित ने कहा कि उनके नेतृत्व में संघ ने दो-दो बार प्रतिबंधों की बाधा को पार करके अपने कार्य का विस्तार किया और सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत के मार्गदर्शन में संघ आज भी हिन्दू समाज को संगठित करने का अपना कार्य कर रहा है।
वर्ग के द्वितीय दिवस के प्रथम सत्र के इस कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन व सरस्वती वंदना से हुई। इस अवसर पर राजिम विभाग के समन्वयक मानिकलाल साहू और रायपुर विभाग के समन्वयक रामकुमार वर्मा भी मंचस्थ थे। वर्ग में रायपुर व राजिम विभागों के नवीन आचार्य व दीदीजी हिस्सा ले रही हैं। वर्ग 23 जून को प्रारंभ हुआ है तथा 30 जून को इसका समापन होगा।