आयुक्त, सरगुजा संभाग, अंबिकापुर द्वारा जारी आदेश में बताया गया है कि राज्य शासन के निर्देशों की अवहेलना करते हुए शिक्षकों की वरिष्ठता और विषयगत मानकों की अनदेखी कर मनमानी पदस्थापना की है।
वरिष्ठता क्रम में की गई छेड़छाड़
जांच में पता चला कि माध्यमिक शाला लेदरी में गुंजन शर्मा (वरिष्ठता क्रमांक 4393) को वरिष्ठ होने के बावजूद अतिशेष घोषित किया गया, जबकि कनिष्ठ बेबी धृतलहरे (क्रमांक 4394) को बनाए रखा गया। वहीं प्राथमिक शाला चिमटीमार में कार्यभार ग्रहण की तिथि के आधार पर अर्णिमा जायसवाल अतिशेष होनी चाहिए थीं, लेकिन उल्टा संध्या सिंह को अतिशेष घोषित कर दिया गया।
इसी प्रकार माध्यमिक शाला साल्ही में पदस्थ शिक्षक सूर्यकांत जोशी का विषय गलत दर्ज किया गया और चक्रीय क्रम का पालन नहीं किया गया। कमिश्नर ने बीईओ सुरेंद्र जायसवाल को निलंबित कर उनका मुख्यालय डीईओ कार्यालय, एमसीबी निर्धारित किया है।
सूरजपुर में अतिशेष वाले स्कूलों में हो गई पदस्थापना
कमिश्नर ने रामानुजनगर के बीईओ पंडित भारद्वाज को निलंबित किया है। बीईओ कार्यालय द्वारा भेजी गई जानकारी के आधार पर हायर सेकेंडरी स्कूल भुवनेश्वरपुर में अंग्रेजी विषय के दो रिक्त पद बताए गए थे, जबकि वहां पहले से चार लेक्चरर कार्यरत थे।
गलत जानकारी दिए जाने के कारण युक्तियुक्तकरण में दो अतिरिक्त लेक्चरर पदस्थ कर दिए गए। अब स्कूल में अंग्रेजी विषय के 6 लेक्चरर पदस्थ हो गए हैं, जबकि यहां दो पद स्वीकृत हैं।
बीईओ कार्यालय द्वारा प्राइमरी स्कूल सरइपारा, जगतपुर और देवनगर में छात्र संख्या के अनुपात से अधिक शिक्षक पद दर्शाए गए, जिससे वहां भी अतिरिक्त शिक्षकों की नियुक्ति कर दी गई।
हाई स्कूल सुमेरपुर में कला संकाय के लेक्चरर राजेश कुमार जायसवाल को विज्ञान विषय का बताकर विज्ञान विषय का पद रिक्त दर्शाया गया, जिससे एक और अतिरिक्त पदस्थापना हुई।