दिल्ली में बच्ची से फिर निर्भया जैसी दरिदंगी: खून से नहाई बच्ची घिसटते हुए पड़ोसी के दरवाजे तक पहुंची, आरोपी गिरफ्तार

Chhattisgarh Crimes

नई दिल्ली। हैवानियत की शिकार मासूम निर्भया एम्स में जिंदगी और मौत के बीच सांसें गिन रही है। इस बीच पिछले 36 घंटे की गहरी जांच पड़ताल के बाद पुलिस ने गुरुवार देर शाम एक आरोपी को पकड़ने का दावा किया है। पुलिस की मानें तो आरोपी ड्रग एडिक्ट है। उस पर पहले से चोरी व अन्य आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस को आरोपी के बारे में सीसीटीवी कैमरे से सुराग हाथ लगा। गिरफ्त में आया आरोपी पहले भी आपराधिक वारदात में जेल जा चुका है। हाल ही में वह जेल से बाहर आया था।

पुलिस सूत्रों का कहना है कि फरार होने के बाद वह आसपास की जगहों पर छिप रहा था। केस की पड़ताल में पुलिस ने क्रिमिनल रिकॉर्ड वाले आरोपियों की हिस्ट्रीशीट खंगाली। इसके अलावा हाल ही में जमानत पर छूटकर आए चोर-उचक्कों की लोकेशन का पता किया। सीसीटीवी, पड़ोसियों से पूछताछ और 100 से अधिक संदिग्धों से बारी-बारी पूछताछ के बाद जांच की सूई इस आरोपी पर आकर टिकी। हालांकि पुलिस की थ्योरी सवालों में है।

दिल्ली पुलिस अफसर ने शिनाख्त तक आरोपी के नाम और पहचान का खुलासा करने से इनकार किया। उनका कहना है कि जेल से छूटने के बाद पास के पार्क में ही आरोपी ठहरता था। वारदात के समय वह नशे में धुत था। पुलिस का दावा है कि आरोपी मंगलवार दोपहर को चोरी के इरादे से कमरे में घुसा था। कमरे में अकेली बच्ची ने जब उसे टोका और शोर मचाने की कोशिश की तो उसने दबोच लिया। आरोपी ने नशे में बेरहमी से लड़की पर कैंची से ताबड़तोड़ वार किए। उसे मरा हुआ समझकर फरार हो गया।

पुलिस का कहना है कि गिरफ्त में आने के बाद आरोपी के शरीर पर खरोंच के निशान पाए गए हैं। जिससे खुलासा हुआ कि बहादुर बच्ची ने जमकर मुकाबला किया। पुलिस का दावा है कि वारदात में आरोपी अकेला ही शामिल था।

गुरुवार को मासूम से दरिंदगी की खबरें मीडिया में आने के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया। पुलिस के टॉप लेवल अफसर इनवेस्टिगेशन और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए निगरानी कर रहे हैं। रेंज के अफसर ने बताया कि आउटर जिले की एक दर्जन टीमों के अलावा स्पेशल स्टाफ और क्राइम ब्रांच भी अपने अपने लेवल पर आरोपियों की धरपकड़ के लिए जुटी थी।

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पिछले 36 घंटे में पुलिस ने 128 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को कब्जे में लेकर एग्जामिन किया। उन्हीं सीसीटीवी कैमरों की कुछ फुटेज से आरोपी के बारे में अहम कड़ियां जुड़ती चली गईं। पड़ोसियों और परिवार को दिखाकर संदिग्ध के बारे में पूछताछ की गई। इस बाबत आसपास के इलाकों से 100 के आसपास संदिग्धों को बारी-बारी से पूछताछ के लिए हिरासत में लिया। शुरू से ही पुलिस टीम की नजर ड्रग एडिक्ट लड़कों पर भी थी।

पेट में जख्म, सिर की हड्डियों में फ्रैक्चर

पारिवारिक सूत्रों का कहना है कि लड़की के निजी अंगों में गहरे जख्म के साथ ही पेट में इंटस्टाइन जख्मी है। सिर और हिप्स की हड्डियों में फ्रैक्चर है। जांच टीम से जुड़े सूत्रों का कहना है कि मासूम निर्भया बेसुध होने तक आरोपियों से मुकाबला करती रही। कमरे में बिखरा खून और पास ही पड़ी कैंची इस ओर इशारा कर रहे है। कैंची खून से सने फर्श पर पड़ी थी। पास ही सिलाई की मशीन रखी हुई थी। उसी सिलाई मशीन पर कैंची रखी थी। माता पिता और बड़ी बहन काम पर चले जाते थे। घर में बच्ची के पास मोबाइल रहता था। मोबाइल बंद था। इधर पुलिस ने 35 के करीब मोबाइल की सीडीआर खंगाली है, जिसमें 6 संदिग्ध नंबरों को जीरो डाउन किया गया है। पश्चिम विहार वेस्ट पुलिस ने हत्या की कोशिश व पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। रेप या गैंगरेप हुआ है या नहीं, यह मेडिकल रिपोर्ट के बाद ही खुलासा हो सकेगा। माता-पिता और पीड़ित की बहन घर के पास में ही कपड़े की फैक्ट्री में काम करते हैं। जिस बिल्डिंग में परिवार रहता है वहां दो दर्जन से अधिक कमरे हैं और इसे लोगों को किराए पर दिया गया है। यहां अधिकतर लोग फैक्ट्री में ही काम करते हैं।

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