सामाजिक बैठक मे गांँड़ा समाज को अनुसूचित जनजाति में शामिल कराने उठी मांग

Chhattisgarh Crimes

पूरन मेश्राम/मैनपुर। सर्व गांड़ा समाज का 12 मार्च को गरियाबंद मे आवश्यक बैठक आहूत किया गया। जिसमें जिले भर के सभी ब्लॉक के पदाधिकारी महिला पुरुष युवा साथी उपस्थित थे।बैठक में गांँड़ा जाति को त्रुटिवश अनुसूचित जाति में रखा गया है।जबकि गांँड़ा जाति पूर्व में अनुसूचित जनजाति में था और परंपरा से ही देवी देवता, पूजा पाठ, रहन-सहन, खान पान,संस्कृति, देवीय विधान भी आदिवासी संस्कृति से ही मिलता-जुलता है।

इस संबंध में विस्तार से चर्चा करते हुए केंद्र एवं राज्य शासन को लगातार इस संबंध में अवगत कराए जाने के बाद भी आज पर्यन्त तक अनुसूचित जन जाति में सम्मिलित नहीं किया जा रहा है।इस बाबत गरियाबंद जिले के कलेक्टर के द्वारा महामहिम राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ शासन को पुनः ज्ञापन सौंपे जाने के संबंध में चर्चा किया गया क्योंकि इसके पूर्व भी छत्तीसगढ़ के राज्य स्तरीय गांँड़ा समाज के पदाधिकारी भी सतत प्रयासरत है। समाज मे सतत भागीदारी हेतु महिला प्रकोष्ठ का गठन करने की बात कही गई।

जिला स्तरीय गांड़ा समाज महा सम्मेलन कराये जाने पर भी चर्चा हुई। जिसमें छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित करने प्रस्ताव पारित किया गया।गरियाबंद जिले के सभी विकासखंड में सामाजिक बैठक आहूत किये जाने पर चर्चा करते हुए प्रथम बैठक विकासखंड मैनपुर में दिनांक 17/ 3/ 2024 को किए जाने का प्रस्ताव पारित किया गया।बैठक में विशेष रूप से गरियाबंद जिला सर्व गांड़ा समाज के संरक्षक श्री प्रहलाद गंधर्व राजिम, जिलाध्यक्ष सुखचंद बेसरा, जिला उपाध्यक्ष जयराम जगत, सचिव महेश्वर बघेल, संरक्षक देवकरण मरकाम, ऋषि प्रधान ,योगेश बघेल, बलराम टांडिया, कोषाध्यक्ष भोला जगत, जिलाध्यक्ष महिला प्रकोष्ट श्रीमति सुखबती टांडे, तुलसीराम नागेश, रजनी नेताम, मोहनी बघेल, साधु राम नेताम, राजकुमार सोनवानी, भास्कर नेताम, मेहत्तर राम जगत, भजन देववंशी ,राजकुमार सोनवानी, सोनसाय जगत, झालेश डोंगरे, रोहित नेताम, प्रीत राम बघेल, आनंद राम नेताम, जगन्नाथ सोनवानी, जगजीवन प्रधान,संतोष जगत, भगवानों पांडे, टेकराम बघेल,गणेश राम प्रधान, विष्णु राम देववंशी, श्रीमति श्याम बाई,काशीबाई, श्याम सोरी, बेलो बाई गंधर्व, तीतर बाई जगत, मिथिला बाई ,सोनू राम जगत, छन्नू बघेल, भागवत राम नागेश, अंकुर जगत, गोवर्धन सोनवानी, प्रीतम बघेल, आनंद राम नेताम सहित बड़ी संख्या में सामाजिक बन्धु शामिल रहे।