मिली जानकारी के मुताबिक टिकरापारा के एक घर में पुरुषों, महिलाओं और नाबालिग बच्चों को बुलाकर धर्मांतरण कराया जा रहा था। हिंदू जागरण मंच के लोगों की भीड़ को देखकर बाहर से आए कुछ लोग भाग निकले।
जानिए क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, 29 जून रविवार को हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं को टिकरापारा के एक घर में धर्मांतरण होने की जानकारी मिली। इस दौरान प्रार्थना सभा वाले घर में कार्यकर्ता घुसे। घर के अंदर घुसते ही उनपर चिली स्प्रे छिड़क दिया गया, जिससे उनकी आंखों में जल होने लगी।
इस दौरान कार्यकर्ता आंख मींजते हुए अंदर गए और धर्मांतरण बंद करो के नारे लगाए। हालांकि तब तक प्रार्थना सभा मौजूद लोग मौके से भाग गए थे। इस दौरान बड़ी संख्या में सभी कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी कर हनुमान चालीसा का पाठ भी किया।
कार्रवाई नहीं होने पर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी
हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ता डाकेश साहू ने बताया कि घर के अंदर 60-70 लोग मौजूद थे। टिकरापारा में 5-6 स्थानों पर अवैध धर्मांतरण की सूचना मिली थी। एक घर में हंगामे के बाद वे लोग बाकी घरों में भी गए, जहां प्रार्थना सभा चल रही थी। कार्रवाई नहीं होने पर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की गई।
धर्मांतरण और मतांतरण के विरोध में आंदोलन की चेतावनी
वहीं सूचना मिलते ही पुलिस की टीम और तहसीलदार मौके पर पहुंचे। हिंदू जागरण मंच ने तहसीलदार से अवैध चर्चों पर कार्रवाई की मांग की। उनका कहना है कि जिन चर्चों को शासन से मान्यता प्राप्त नहीं है, उन्हें तुरंत बंद कराया जाए। संगठन ने धर्मांतरण और मतांतरण के विरोध में आंदोलन की चेतावनी भी दी है।
जांच के बाद होगी कार्रवाई
तहसीलदार सूरज बंछोर ने बताया कि हिंदू संगठनों को सूचना मिली थी कि टिकरापारा के सामने एक घर में अवैध रूप से प्रार्थना सभा की जा रही है। पुलिस की टीम भी वहां पहुंची थी। मामले की जांच की जा रही है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।