महेश हरपाल
बागबाहरा। विकासखण्ड का शासकीय प्राथमिक विद्यालय धरमपुर स्कूल प्रबंधन व पदस्थ शिक्षको की मेहनत से शिक्षा में नयें आयाम स्थापित कर रहे हैं। जिसके चलते गाँव का हर पालक चाहता है कि उनके बच्चों का प्राथमिक शिक्षा इस सरकारी स्कूल में हो। प्रबंधन व शिक्षक विद्यालय को स्मार्ट क्लास और बस्ता मुक्त विद्यालय बनाने की कोशिश में लगे रहें व सफल भी हुए। अपनी स्थापना के 11 वर्ष में शाला में कंप्यूटर, स्मार्ट tv, माइक सिस्टम, वाटर फिल्टर है।
इतना ही नही बच्चे का कोरोना महामारी के चलते शिक्षा से थोड़ी दूरी बन गई थी, जिसे उपाय करते हुए धरमपुर स्कूल परिसर वाई फाई युक्त हो गया है। जिसके बदौलत अब बच्चों को ऑनलाइन क्लास में किसी प्रकार की दिक्कतें नही आएंगी और बच्चे सीधा शैक्षणिक वातावरण से जुड़ सकेंगे। यूथ एवं इको क्लब के तहत गाँव मे पौधों की सुरक्षा के लिए ट्री गॉर्ड लगाया गया है, वही घरों में वृक्षारोपण किया गया है, गांव में प्रिंटरिच वातावरण बनाया गया है और बच्चों में शैक्षणिक गुणवत्ता के लिए शिक्षा के साथ ही बागवानी और अन्य शिक्षाप्रद कार्य कराते है। स्कूल में बचत बैंक , बच्चो की अपनी दुकान, किचन गार्डन, खेल, क्राफ्ट पेपर से फूल बनाना, कबाड़ से जुगाड़ जैसी विभिन्न गतिविधियों का संचालन हो रहा है। यह विद्यालय शिक्षा सत्र 2010 में अस्तित्व में आया, जिसकी दर्ज संख्या महज 12 थी, वर्तमान स्थिति में 2021- 22 की दर्ज संख्या 51 है।
प्रधान पाठक रिंकल बग्गा ने बताया कि जापान,अमरीका जैसे विकसित देशों की शिक्षण शैली का अध्ययन करें तो हमें यह जानकारी मिलती है कि वहाँ बच्चे प्राद्योगिकी शिक्षा में हमसे कहीं आगे है, हमारे यहाँ शिक्षा साधारण तया लेक्चर बेसिस है इसलिए महामारी के इस समय मे हमारी व्यवस्था ज्यादा प्रभावित हुई है। आज हम यह अनुभव कर रहे है कि हमारा भविष्य यही है और हम धीरे-धीरे इस ओर कदम बढ़ा रहे है। शिक्षक जनक राम ध्रुव ने बताया कि हमें यह सुनिश्चित करना होगा की बच्चे स्वयं सीखने वाले,आत्मनिर्भर, समीक्षात्मक और रचनात्मक बने। इसमें ICT एक महत्वपूर्ण रोल अदा कर सकता है।
स्वच्छता के लिए स्वच्छ विद्यालय का मिला पुरस्कार – शाला को MHRD द्वारा स्वच्छ भारत विद्यालय पुरुस्कार प्राप्त है। शाला को स्वच्छ विद्यालय के उप वर्ग ऑपरेशन एंड मेंटेनेंस में 100 प्रतिशत के साथ औसत 81प्रतिशत अंक मिला है। साथ ही इस स्कूल में बाल संसद गठित ही। जिसमे विभागवार कार्य किया जाता है, और बाल संसद के अन्य सदस्य का भी पूरा सहयोग मिलता है।
राज्य स्तरीय चर्चा पत्र में शामिल- छ ग राज्य के राज्य शैक्षिक अनुसंधान केंद्र रायपुर के द्वारा शासकीय स्कूलों मे शिक्षा को बेहतर बनाने, नवाचार कर प्रचार- प्रसार के लिए मासिक चर्चा पत्र में मार्च 2019 में धरमपुर स्कूल को चर्चा पत्र में शामिल किया गया। जिसमें दान महोत्सव के माध्यम से आवश्यक संसाधन जुटाने, व छः ग के संस्कृति को शिक्षा से जोड़ने के लिए गेड़ी महोत्सव को चर्चा पत्र में शामिल किया गया।
शाला और बच्चों की उपलब्धि की एक झलक-
- 2018 में शाला को समुदाय की तरफ से माइक सिस्टम मिला।
- 2019 में दान महोत्सव द्वारा शाला ने कंप्यूटर लिया।
- 2019 में शाला को नवोदय परिवार भारत द्वारा स्मार्ट शाला का प्रमाण पत्र मिला।
- 2019 में शाला को रिड इंडिया द्वारा मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में प्रमाण पत्र और स्मृति चिन्ह।
- 2019 में छात्र वरुण पटेल ने राज्य स्तरीय तीरंदाजी प्रतियोगिता में प्रदर्शन किया। जिसमें वरुण को उभरते हुए खिलाड़ी के रूप में प्रमाण पत्र प्राप्त हुआ।
- 2019 में राज्य उत्सव में हमारे स्कूल की गतिविधियों को वीडियो के माध्यम से दिखाया गया।
- शाला की गतिविधियों को राज्य स्तरीय चर्चा पत्र, किलोल पत्रिका, chalkLit एप्प में स्थान मिला।