रायपुर। विधानसभा के मानसून सत्र के अंतिम दिन भाजपा द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर लगभग 12 घंटे तक चर्चा हुई। सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोक-झोंक के बाद सदन की कार्यवाही कई बार रोकी गई। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भाषण के दौरान विपक्षी विधायकों ने जमकर हंगामा किया और सदन से वाकआउट कर दिया। उनके बहिर्गमन की वजह से स्पीकर डा.चरणदास महंत ने अविश्वास प्रस्ताव ही अस्वीकृत कर दिया।
इससे पहले, नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि प्रशासन का राजनीतिकरण और राजनीति का अपराधीकरण हो गया है। सरकार के संरक्षण में रेत उत्खनन हो रहा है। युकां कार्यकर्ता किसान को धमकाता है। एनएसयूआई का पदाधिकारी थाने में मारपीट करता है। जशपुर में राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र भूख के कारण फांसी के फंदे पर झूल गए। उन दत्तक पुत्रों का भी विश्वास भी सरकार ने खो दिया है।
कानून-व्यवस्था बद से बदतर हो गई है। कोरबा के बांगो थाने में आरक्षक हत्या हो गई, बैरक में हत्या हो जाती है। बेमेतरा के बिरनपुर में भुवनेश्वर साहू की हत्या हो गई। बीस लोगों के खिलाफ शिकायत पर कोई पकड़ा नहीं गया। गृह मंत्री को पीड़ित के परिवार से मिलने की फुर्सत नहीं थी। बस्तर में बेटियों का बंधक बनाकर काम लिया जा रहा है। झीरम के सबूत अब तो जेब से निकला लीजिए। दो सौ करोड़ का गोबर कहां गया? एक लाख से अधिक युवाओं का भविष्य खराब कर दिया।
आधी रात सीएम का वार- अविश्वास प्रस्ताव लाकर विपक्ष ने कुल्हाड़ी पर पैर मार लिया
अविश्वास प्रस्ताव पर भाजपा के हमलों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि 109 आरोप लगाए लेकिन एक भी तथ्य नहीं दे पाए। सीएम ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव लाकर इन्होंने कुल्हाड़ी में पैर मारा है। उन्होंने कहा कि नक्सल समस्या पर आज बात नहीं होती यह हमारी उपलब्धि है। आज बस्तर में सड़कें नहीं काटी जातीं। यहां आसानी से लाेग रिश्ता कर रहे हैं। बंद स्कूलें फिर से शुरू की गईं। आसानी से राशन पहुंचा रहे हैं। बस्तर के बच्चों को शिक्षित कर दीजिए, सुपोषित कर दीजिए वे अपनी जिंदगी खुद संवार लेंगे। सीएम ने कहा कि परिवर्तन केवल सत्ता के लिए नहीं बल्कि लाेगों के जीवन में होना चाहिए। बस्तर से सरगुजा तक परिवर्तन हुआ है। किसानों, महिलाओं की जिंदगी बदली है। बच्चे फर्राटेदार अंग्रेजी बोलते हैं। किसानों को हमने 20 हजार करोड़ की इनपुट सब्सिडी दी है। सीएम ने कहा कि मुझे पीड़ा है कि सत्ता में रहकर भी हम झीरम का जांच नहीं कर सके। इन परिवारों को न्याय नहीं दिला सके। राज्य सरकार को जांच करने नहीं दे रहे हैं। सीएम ने कहा कि केन्द्र सरकार की कोयला से गैस निकालने की मंशा थी। हमने सफल नहीं होने दिया। हमने वो इलाका एलीफेंड कॉरीडोर बना दिया, इनकी साजिश सफल नहीं हुई इसलिए सारी एजेंसियां यहां आ रही हैं।