हाई बीपी और गैस समेत इन 4 समस्याओं में पिएं ठंडा दूध, जानें सेहत के लिए इसके खास फायदे

Chhattisgarh Crimes

दूध अपने आप में एक पूर्ण आहार है। लेकिन, कई बार कुछ लोगों को इससे समस्या होती है। उन्हें दूध नहीं पचता जो कि मेडिकल टर्म में लैक्टोज इंटॉलरेंस (Lactose intolerance) कहलाता है। ये तो एक प्रकार की फूड एलर्जी है, लेकिन इसके बाद भी कुछ लोगों को दूध नहीं पचता। दरअसल, ऐसी स्थिति में हमारा पाचनतंत्र इसे पचाने से मना कर देता है और ऐसे लोगों के लिए ठंडा दूध पीना फायदेमंद हो सकता है। जी हां, ठंडा दूध आपके इम्यून सिस्टम को ऐसे ट्रिगर नहीं करता, जैसे कि गर्म दूध करता है। इसके अलावा भी सेहत के लिए ठंडा दूध पीने के कई फायदे हैं। कैसे, जानते हैं।

ठंडा दूध पीने के फायदे-Cold milk health benefits in hindi
1. हाई बीपी की समस्या में ठंडा दूध-Cold milk in high bp
हाई बीपी की समस्या में आप ठंडा दूध पी सकते हैं। ये बहुत तेजी से काम करता है। पहले तो, ये ब्लड के साथ सर्कुलेट होता है और शरीर में स्ट्रेस होर्मोन यानी कॉर्टिसोल लेवल को कम करता है। दूसरा, इसका कैल्शियम, पोटेशियम और मैग्नीशियम बीपी कम करने वाले पोषक तत्व होते हैं। ये बायोएक्टिव पेप्टाइड्स, बीपी को कम करने में मदद करते हैं।

2. सीने में जलन की समस्या में ठंडा दूध-Is cold milk good for acidity?
सीने में जलन की समस्या में ठंडा दूध पीना काफी फायदेमंद है। दूध में सबसे ज्यादा कैल्शियम होता है, जो अतिरिक्त एसिड को अवशोषित करके एसिड के निर्माण को रोकने में मदद करता है। इसलिए एसिडिटी और एसिड रिफ्लक्स के दौरान होने वाली जलन कम होती है।

3. नींद न आने पर ठंडा दूध-Cold milk for sleep deprivation
ठंडा दूध पीना आपकी नींद के लिए बेहतर तरीके से काम कर सकती है। इसकी खास बात यह है कि ये स्ट्रेस कम करने के साथ हमारे बीपी को लो कर देता है और बॉडी रिलेक्स मुद्रा में चली जाती है। इससे आप एंग्जायटी और बाकी समस्याओं से रिलैक्स महसूस करते हैं और आपको एक अच्छी नींद आती है।

4. हिचकी में ठंडा दूध-Cold milk for hiccups
हिचकी में ठंडा दूध पीना कई प्रकार से कारगर हो सकता है। ये एक ऐसा तरीका है जो कि आसानी से काम कर जाता है। दरअसल, ये फूड पाइप के एयर बबल्स को कम करता है और हिचकी आने से रोकता है।

(Disclaimer: ये आर्टिकल सामान्य जानकारी के लिए है, किसी भी उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें)