दुर्ग में कोरोना से एक ही परिवार के 3 लोगों की मौत

Chhattisgarh Crimes

दुर्ग। कोरोना के कहर ने दुर्ग के जैन समाज समेत आमजनों को स्तब्ध कर दिया है। मंगलवार को एक गंजपारा निवासी प्रतिष्ठित राठी परिवार की एक महिला शंकुतला राठी व उसके जवान बेटे की एक ही दिन मौत ने शहर को दहला कर रख दियज्ञ। 10 दिन पहले इस परिवार के मुखिया नत्थू राठी की कोविड से निधन हो गया था। महज 10 दिनों के भीतर एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत कोरोना की भयावहता का जीवंत प्रमाण है। इसके बावजूद भी समाज का एक बड़ा तबका आज भी कोरोना को हलके में ले रहा है। आधे लोग बिना मास्क के घूम रहे हैं। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कहीं भी होते नहीं दिख रहा है। जबकि रायपुर के बाद सर्वाधिक मौतें दुर्ग में ही हो रही है। प्रदेश में अब तक मौत का आंकड़ा 400 पार कर चुका है। फिर भी ढेर सारे लोगों के लिए को कोरोना मामूली फ्लू से ज्यादा कोई बड़ी बीमारी नहीं लग रही है। लोगों की इन नासमझी की कीमत समाज को उठाना पड़ रहा है।

जानकार सूत्र बताते हैं कि कोरोना का शिकार होने वालों में व्यवसायियों की संख्या अधिक दिख रही है। दिन भर दर्जनों लोगों के सम्पर्क में आने के चलते कब से संक्रमित हो जाते हैं पता नहीं चलता। फिर एक से दूसरे को होते परिवार के अन्य सदस्यों को भी इसका खामियाजा उठाना पड़ रहा है। लोगों को समझ लेना चाहिए कि कोरोना इस सदी की सर्वाधिक भयानक महामारी है। पता नहीं लोग इसे समझ क्यों नहीं रहे हैं।

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