- मनरेगा से मजदूरों के लिए ज्यादा से ज्यादा मानव दिवस कार्य सृजित करने के निर्देश
- अपूर्ण कार्यों को समय-सीमा में गुणवत्ता के साथ किया जाए पूर्ण
- पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री ने विभागीय काम-काज की समीक्षा की
रायपुर। पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने कहा कि महात्मा गांधी नरेगा के तहत राज्य सरकार की प्राथमिकता वाले कार्य नरवा, गौठान, चारागाह, धान संग्रहण चबूतरा, पंचायत भवन, आंगनबाड़ी भवन, चेक डेम निर्माण आदि कार्य स्वीकृत कर पंजीकृत मजदूरों के लिए ज्यादा से ज्यादा मानव दिवस कार्य सृजित किया जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में निर्मित गौठानों में स्व-सहायता समूह की महिलाओं को बड़ी संख्या में मल्टी एक्टीविटी व्यवसायों से जोड़कर आर्थिक एवं सामाजिक रूप से सशक्त करने की दिशा में काम किया जाए। उन्होंने मनरेगा से अनुसूचित जाति, जनजाति और कमजोर वर्गों के लिए भी कार्य दिवस में वृद्धि करने के निर्देश दिए। उन्होंने अपूर्ण कार्यों को निर्धारित समय-सीमा में गुणवत्ता के साथ पूर्ण करने के लिए भी अधिकारियों को निर्देशित किया। श्री सिंहदेव आज मंत्रालय महानदी भवन स्थित मिनी कॉन्फ्रेंस हॉल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विभागीय काम-काज की समीक्षा कर रहे थे।
पंचायत मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने नरवा, गरूवा, घुरवा और बाड़ी के तहत नरवा विकास कार्यक्रम की भी समीक्षा की। उन्होंने जल संरक्षण एवं संवर्धन के साथ-साथ किसानों के लिए सिंचाई के साधन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि स्वीकृत गौठानों का निर्माण जल्द शुरू किया जाए। निर्मित गौठानों में पशुओं के बेहतर रख-रखाव के लिए बिजली पानी, हरा चारा सहित बेहतर प्रबंधन हो। गौठानों में ग्रामीण महिलाओं के लिए स्थानीय स्तर पर रोजगार उपलब्ध कराने के लिए विभिन्न विभागों के समन्वय से मल्टी एक्टीविटी केन्द्र के रूप में विकसित किया जाए। मंत्री श्री सिंहदेव ने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की प्रगति की भी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि ग्रामीण महिलाओं को पारंपरिक एवं अन्य आय मूलक व्यवसायों में प्रशिक्षण देकर आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कार्य किया जाए। उन्होंने आजीविका मिशन में जुड़े हुए महिला समूहों को बैंक लिंकेज कर ज्यादा से ज्यादा उनके गतिविधियों को और बेहतर दिशा प्रदान करने एवं बाजार उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
पंचायत मंत्री श्री सिंहदेव ने स्वच्छ भारत मिशन की प्रगति की भी जानकारी ली। उन्होंने प्रदेश के चयनित ग्राम पंचायतों में सामुदायिक शौचालयों के निर्माण एवं उपयोगिता के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शौचालयों में बिजली, पानी के साथ-साथ साफ-सफाई की व्यवस्था भी सुनिश्चित हो। श्री सिंहदेव ने व्यक्तिमूलक शौचालयों के निर्माण में भी तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने योजना की राशि सीधे हितग्राहियों के खाता में भेजने पर जोर दिया। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में जनप्रतिनिधियों की सहभागिता से शौचालयों के निर्माण में तेजी लाने तथा शौचालय का उपयोग करने के लिए ग्रामीणों को जागरूक करने के निर्देश दिए।
श्री सिंहदेव ने महात्मा गांधी नरेगा, प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण), पंचायत संचालनालय के अंतर्गत 14वें और 15वें वित्त आयोग, अंशदायी पेंशन योजना, सामाजिक अंकेक्षण, स्वच्छ भारत मिशन, राष्ट्रीय आजीविका मिशन सहित पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा संचालित विभिन्न विकास कार्याें की प्रगति की समीक्षा की। बैठक में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की अपर मुख्य सचिव श्रीमती रेणु जी पिल्ले, सचिव श्री आर. प्रसन्ना सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी एवं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के सभी जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी शामिल थे।