पुलिसवाले बेबस, मीडिया और नेताओं की एंट्री बंद.. आखिर हाथरस को किला बना क्या छिपा रहे हैं योगी सरकार?

Chhattisgarh Crimes

हाथरस। हाथरस कांड के बाद राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार विपक्षी दलों के निशाने पर आ गई है। पुलिस ने मृतक के गांव की किलेबंदी कर दी है और वहां किसी को भी नहीं जाने दिया जा रहा है। मीडिया और नेताओं की एंट्री को बैन कर दिया गया है। मीडियाकर्मियों से पुलिस नोकझोंक हुई है। बताया जा रहा है कि मृतक के परिवार के लोगों का फोन बंद करा दिया गया है और परिवार के किसी भी सदस्य को बात करने की मनाही है। इस बीच, विपक्ष ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए इस पदेर्दारी पर हमला बोला है।

मीडिया से नोकझोंक

योगी सरकार के आदेश के बाद पुलिस ने मृतका के गांव जाने वाले सारे रास्तों को बंद कर दिया है। वहां मीडिया को भी नहीं जाने दिया जा रहा है। राजनीतिक दलों के कार्यकतार्ओं को भी जाने से रोका जा रहा है। गांव में भी किसी को भी एंट्री नहीं दी जा रही है। हाथरस पुलिस ने मीडिया, राजनीतिक लोगों और अन्य लोगों को एंट्री गांव में गुरुवार को ही बैन कर दी थी।

चप्पे-चप्पे पर पुलिस का पहरा

गांव के चारों तरफ कड़ा पहरा है। भारी पुलिस फोर्स तैनात किया गया है। किसी भी गांव वाले को गांव के बाहर जाने और बाहर से किसी को भी गांव में आने के इजाजत नहीं है। मीडिया को गांव से लगभग डेढ़ किलोमीटर दूर ही रोका गया है।

टीएमसी सांसद ब्रायन को भी रोका गया

टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन के नेतृत्व में पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल को हाथरस सीमा पर रोक दिया गया है। वे मृतका के परिवारवालों से मिलने जा रहे थे। इस बीच, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने हाथरस की घटना को काफी दुखदायी बताया है। उन्होंने कहा कि जिस तरह पीड़ित परिवार से राज्य सरकार पेश आ रही है वह भी गलत है।

प्रशासन की चुप्पी

शुक्रवार को मीडिया ने जब पीड़िता के परिवार से बात करने का प्रयास किया तो परिवार के हर सदस्य का मोबाइल बंद था। काफी प्रयास के बाद भी सबसे मोबाइल स्विच आॅफ मिले। मीडिया में खबर फैलते ही जब प्रशासन से इस संबंध में पूछा गया तो उन्होंने जवाब पर टाल-मटोल कर दिया।

भाई नहीं कर रहा किसी से बात

कुछ देर बाद पीड़िता के भाई का मोबाइल स्विच आॅन किया गया लेकिन लगातार फोन मिलाने के बाद भी वह किसी का फोन नहीं उठा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स है कि पुलिस-प्रशासन ने पीड़िता के घरवालों पर पहरा सख्त कर दिया है। किसी को मोबाइल पर भी बात करने की अनुमति नहीं है। कोई भी घरवाला मीडिया से बात नहीं कर सकता है।

डीएम का धमकी वाला वीडियो हुआ था वायरल

गुरुवार को डीएम प्रवीण कुमार पीड़िता के घर गए थे। यहां उन्होंने पीड़िता के पिता से बात की और उन्हें बातों-बातों में धमकी दी थी। वायरल वीडियो में वह कहते हुए नजर आ रहे थे कि आप अपनी विश्वसनीयता खत्म मत करो। ये मीडिया वाले मैं आपको बता दूं, आधे आज चले गए और आधे कल चले जाएंगे। हम आपके साथ खड़े हैं, आपकी इच्छा है कि आपको बार-बार बयान बदलना है कि नहीं बदलना है। अभी हम भी बदल जाएं।