रायपुर। कोरोना संकट में फीस को लेकर प्राइवेट स्कूलों के खिलाफ सरकार कितनी भी सख्त क्यों न हो जाए, लेकिन विद्यालय प्रबंधन की मनमानी जैसी खबरें समय-समय पर मिलती ही रहती है. अब इसी तरह का ताजा मामला राजधानी के रेलवे स्टेशन रोड स्थित देशबंधु स्कूल का है जहां आक्रोशित पालकों ने सीधे स्कूल कैंपस की ओर रूख किया है.
फीस मनमानी को लेकर सोमवार को देशबंधु इंग्लिश मिडियम में पढ़ने वाले बच्चों के परीजन सीधे स्कूल पहुंच गए और बच्चों पर स्कूल फीस का दबाव डालने प्रबंधन पर जमकर बरसे. इस दौरान पालकों के जुबान पर एक ही सवाल सुनाई दिया कि जब सरकार ने फीस को लेकर प्राइवेट स्कूलों को सख्त चेतावनी जारी कर रखी है तो इसके बावजूद मनमानी क्यों?
बातचीत पर बच्चों के अभिभावक ने बताया कि कोरोना महामारी के चलते बच्चों को स्कूल नहीं बुलाया जा रहा है. बच्चों को आनलाइन शिक्षा दी जा रही थी, लेकिन अचानक खबर मिली कि बच्चों को आॅनलाइन क्लासेस से भी बाहर कर दिया गया. शिक्षकों ने छात्रों से यह साफ कह दिया कि पहले फीस जमा करें उसके बाद ही क्लास ज्वाइन करने की अनुमति होगी. अभिभावकों ने बताया कि वह ट्यूशन फीस जमा करने के लिए भी तैयार थे, लेकिन स्कूल प्रबंधन की ओर से पूरे साल की फीस मांगी गई जो सीधे-सीधे हाईकोर्ट के निर्देशों की अवहेलना है.
गौरतलब है कि शनिवार 13 सितंबर को रायपुर नगर निगम में महापौर एजाज ढेबर, जिला शिक्षा अधिकारी जी आर चंद्राकर और रायपुर ग्रामीण के विधायक सत्यनारायण शर्मा के बीच स्कूल फीस को लेकर बैठक भी हुई थी. इस बैठक में सहमति बनी थी कि स्कूल प्रबंधन पालकों पर फीस के लिए दबाव नहीं डाल सकता, लेकिन इसके बावजूद स्कूलों की मनमानी समझ से परे है. इससे पहले भी राजधानी स्थित हॉलीक्रॉस स्कूल से इसी प्रकार का मामला सामने आ चुका है, जिसके विरोध में छात्रों के पालक स्कूल कैंपस में ही धरने पर बैठ गए थे.