नाबालिक के गर्भपात मामले में गोबरा-नवापारा की महिला डॉक्टर गिरफ्तार

Chhattisgarh Crimes

गरियाबंद। पुलिस ने अवैध रूप से नाबालिक का गर्भपात कराने वाली महिला डॉक्टर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पुलिस ने बताया कि महिला डॉक्टर द्वारा नाबालिक को गर्भवती होना जान कर मामला दबाने परिजनों को गुमराह कर पैसों की मांग की जा रही थी। मामले में अनाचार के आरोपी युवक को गरियाबंद पुलिस पहले ही जेल भेज चुकी है। गुरुवार को पुलिस ने गर्भपात करने वाली महिला डॉक्टर को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। आरोपी महिला डॉक्टर कविता लाल का रायपुर जिले के गोबरा नवापारा में अंजली अस्पताल के नाम से क्लिनिक संचालित है।

महिला डॉक्टर कविता लाल पर नाबालिक के गर्भपात का आरोप है। मामले में सबसे अहम बात ये है कि आरोपी डॉक्टर ने ही गोबरा नवापारा थाना में मामले की शिकायत दर्ज करायी थी। जांच में पीड़िता के परिजनों ने आरोपी डॉक्टर पर गर्भपात के नाम पर मोटी रकम मांगने का आरोप लगाया है। मामले में दोषी पाए जाने पर गरियाबंद पुलिस ने महिला डॉक्टर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

मामले की जांच कर रही गरियाबंद सिटी कोतवली प्रभारी वेदवती दरियो ने जानकारी देते हुए बताया कि मामला 20 नवंबर 2020 का है। पीड़िता अपने परिजनों के साथ महिला डॉक्टर के अस्पताल में ईलाज के लिए गयी। परिजनों को पहले पेट में ट्यूमर की जानकारी दी गयी लेकिन ईलाज शुरू होने के बाद गर्भवती होना बताया। गर्भपात के लिए डॉक्टर द्वारा 4 लाख रुपये की मांग की गई। परिजनों ने इतनी बड़ी रकम देने में असमर्थता जताई तो महिला डॉक्टर खुद पीड़िता और उसके परिजनों को गोबरा नवापारा ले गयी। उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। गोबरा पुलिस ने शून्य में प्रकरण दर्ज जांच के लिए मामले को गरियाबंद के पीपरछेड़ी थाना भेज दिया।

एसपी भोजराम पटेल ने मामले की जांच का जिम्मा कोतवली प्रभारी वेदवती दरियो को सौंपा। पुलिस ने अपनी पूछताछ और 164 में दर्ज ब्यान में महिला डॉक्टर को गर्भपात का दोषी पाया। इसके बाद महिला डॉक्टर को विधिवत गिरफ्तार कर रायपुर जेल भेज दिया गया।

अति. पुलिस अधीक्षक सुखनंदन राठौर ने बताया कि मामले में नाबालिक से अनाचार के आरोपी को महीनेभर पहले ही जेल भेजा जा चुका है। आरोपी डॉक्टर के अस्पताल में भर्ती होने दो से तीन दिन बाद ही नाबालिक का गर्भपात हो गया था।
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