गरियाबंद। एक ऐसा गांव, जहां कोरोना टीका को लेकर अफवाहों को देखने-सुनने में रोक लगाया गया है. जागरूकता के लिए एक टोली बनाई गई है. इतना ही नहीं आस्था को विज्ञान से जोड़कर वैक्सीनेशन की शुरूआत की गई. ग्राम के पुजारी ने वैक्सीनेशन को लेकर ग्राम देवी की पूजा की. इसके बाद पुजारी वैक्सीन का पहला डोज लिया. फिर क्या था वैक्सीनेशन को लेकर कतार लग गई. अब गरियाबंद का तेतलखूंटी गांव वैक्सीन लगवाने के मामले में अव्वल गांवों में नाम दर्ज करा लिया है.
इस गांव के लोगों ने टीका लगवाया
देवभोग से महज 18 किमी की दूरी पर बसे मैनपुर ब्लॉक में लगभग 2 हजार की आबादी वाला तेतलखूंटी गांव है. 45 +उम्र के 397 लोगों को गांव में कोरोना टीका लगना था. निर्धारित समय में लोगों ने डबल डोज कम्प्लीट कर लिया. 158 को छोड़ कर शेष सभी लोगों ने डबल डोज पूरा कर लिया है. दूसरे डोज और 18 प्लस के लिए आज से कैंप लगाया गया है, जहां टीका लगवाने पहले की तरह लोग जुट गए है.
आस्था को विज्ञान से जोड़कर वैक्सीनेशन की शुरूआत
टीकाकरण कराने वाले गांव की सूची में यह गांव 140 प्रतिशत की उपलब्धि लेकर जिले में अव्वल है. अब ग्रामीण 18 + का टीकाकरण की तैयारी कर चुके है. गांव के प्रमुख तपेश्वर ठाकुर ने कहा कि सोमवार और मंगलवार को केम्प लगेगा, जिसमें 18 प्लस के 200 और 45 + के बचत लोगों का टीकाकरण किया जाना है. सतर्कता के चलते पहले दौर में महज 12 लोग संक्रमित थे. दूसरे लहर में ग्राम संक्रमण के दायरे से बाहर है. ग्राम की इस उपलब्धि के लिए तपेश्वर ठाकुर के अलावा सरपंच केशव राम सोरी, निलाधर साहू, लंबुधर साहू, ग्राम पुजारी दुर्जन राम का विशेष योगदान रहा.