रायपुर। छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण के मुद्दे पर राजनीतिक बवाल जारी है। शनिवार को भाजपा नेताओं ने रायपुर में आजाद चौक से राजभवन तक पैदल मार्च कर राज्यपाल अनुसूईया उइके को ज्ञापन सौंपा। उनका आरोप था कि धर्मांतरण की सैकड़ों शिकायतों के बाद भी प्रदेश की कांग्रेस सरकार कार्रवाई नहीं कर रही है। अब कांग्रेस नेताओं ने चुनौती दी है कि भाजपा नेता जिन 200 शिकायतों का जिक्र कर रहे हैं, उसे सरकार को दें। कानून का उल्लंघन मिला तो 24 घंटे में दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई होगी।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने रविवार को कहा कि बीजेपी धर्मांतरण को लेकर जरा भी गंभीर नहीं है। जरा भी गंभीर होती तो रमन सिंह के 15 साल के शासनकाल में धर्मांतरण का एक मामला तो दर्ज होता। उन्होंने आगे कहा- भाजपा के नेता जिन 200 शिकायतों की बात कर रहे हैं, मैं चुनौती देता हूं कि भाजपा के नेता उन शिकायतों को पब्लिक डोमेन में रखें। भाजपा के नेता उन शिकायतों को राज्य सरकार के सामने रखें। यह देखा जाए कि कहां पर किस कानून का उल्लंघन हो रहा है। कांग्रेस की सरकार 24 घंटे के अंदर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करेगी।
इससे पहले कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह ने कहा था, अगर भाजपा में जरा सा भी नैतिक साहस है तो वे तमाम शिकायतें सार्वजनिक करे और सरकार को सौंप दें। सरकार एक निश्चित समय सीमा के भीतर ऐसे मामलों पर सख्त कार्रवाई करेगी। उन्होंने कहा था कि शिकायतों को भाजपा सार्वजनिक करने से आखिर क्यों पीछे हट जाती है।