
पूरन मेश्राम/मैनपुर। जन्म देने वाली देवतुल्य माता-पिता आत्मिक परिवार सहित जिसने जीवन जीने की कला सिखाते हुए आगे बढ़ने का अवसर प्रदान किया हमारे देवतुल्य गुरुवर, राजनैतिक, सामाजिक, आर्थिक क्षेत्रो मे आगे बढ़ने के लिए अग्रसर करने वाले महान विभूतियों को नमन करने का विशेष दिन का नाम गुरु पूर्णिमा है। उनके प्रति हर पल प्रेम, सम्मान, ममता झलकाते हुए लेख सादर समर्पित आप सभी को।
छत्तीसगढ़ राज्य जिला गरियाबंद विकासखंड मैनपुर के सुदूर वनांचल राजापड़ाव क्षेत्र जहां आज भी लोग शोषित, पीड़ित, वंचित होने के साथ ही बुनियादी सुविधाओं से मोहताज होने को मजबूर हो रहे हैं।
लेकिन ऐसा भी नहीं है कि विकास की गति सुदूर वनांचल गांव के अंतिम छोर तक ना पहुंँची हो उसे पहुंँचाने में जिन विभूतियो लोगों ने क्षेत्र वासियों को सतत मार्गदर्शन देते हुए अपने हक अधिकार के लिए संघर्ष करने के लिए प्रेरित किया है। जीवन के प्रथम सोपान मे ही शासकीय सेवक के रूप मे क्षेत्र के बच्चो को शिक्षित कर शासकीय कर्मचारी जनप्रतिनिधि सामाजिक कार्यों के लिए अग्रसर किया है।
ऐसे सलाहकार जो क्षेत्र के दशा और दिशा बदलने के लिए जीवन भर संघर्ष करते हुए दुनिया से अलविदा हो गए। ऐसे महान लोगो का आज हम याद करने जा रहे हैं।
शिक्षक ध्रुव कुमार वर्मा मूल स्थान चंदखोरी रायपुर जन्म तारीख 2/10/1964 प्रधान पाठक शासकीय प्राथमिक शाला करेली मे पदस्थ।
अपने नौकरी के 36 साल
राजापड़ाव क्षेत्र में बिताने वाले आदरणीय गुरुजी को सादर नमन जिसने 24/11/ 1986 को माध्यमिक शाला शोभा में बतौर शिक्षक बनकर आए और इधर के ही होकर रह गये। मिलनसार मृदु भाषी कर्तव्य परायण शिक्षक ढाई साल बाद रिटायर हो जायेंगे। जानकारी में बताया कि जिस समय मैं इस क्षेत्र में आया उस समय सड़क, बिजली जैसे बुनियादी सुविधाएं बिल्कुल नहीं थी लेकिन मैं संकल्प लिया जैसा भी हो जाए क्षेत्र के बच्चों को विशेष तौर पर शिक्षित करते हुए आगे बढा़ने का काम करूंगा उन्हीं के बदौलत आज मेरे पढ़ाये हुए सैकडो बच्चे जिसमे शिक्षक पवन कुमार ठाकुर,महेंद्र कुमार मरकाम, जिला पंचायत उपाध्यक्ष संजय नेताम, जनपद सभापति घनश्याम मरकाम शामिल है।
संघर्षशील जुझारू मयाराम नेताम उम्र लगभग 75 वर्ष ग्राम मोंगराडीह ग्राम पंचायत भूतबेड़ा

युवा अवस्था से ही राजापड़ाव क्षेत्र मे लोगों को संगठित कर सामाजिक एकता पर बल देते राजनीतिक पार्टी सी.पी.आई. से रमेश जोशी इंदौर वाले के संसर्ग में रहकर संघर्ष करने की प्रेरणा लेकर बाद मे कांग्रेस पार्टी से जुड़ाव और लगातार क्षेत्र के बुनियादी मांगों को लेकर सैद्धांतिक तरीके से संघर्ष करते हुए आने वाले पीढ़ी को इस मार्ग में चलने का प्रेरणा दिया जो मजदूर किसान संघर्ष समिति राजापडाव क्षेत्र के अध्यक्ष रहकर क्षेत्र वासियों को सैद्धांतिक संघर्ष के लिए नीति और नियत कैसी होनी चाहिए समझाते हुए आगे बढ़ने का प्रेरणा दिये जिनके बदौलत आज राजापड़ाव क्षेत्र के तमाम रहवासी संघर्षशील है। आज भी अंग्रेजी समाचार पढ़ने के शौक रखते हैं। फिलहाल श्री नेताम अस्वस्थ चल रहे हैं।
सामाजिक क्षेत्रो मे अहं भूमिका निभाने वाले साथी फिलहाल नहीं है
स्व.दलसूराम मरकाम ग्राम मोती पानी ग्राम पंचायत भूतबेड़ा

जन्म तारीख 1/ 1/1960, मृत्यु 23/1/2023
क्षेत्रीय एवं सामाजिक भूमिकाओं में श्री मरकाम के लम्बे समय से सफर के साथी रहे मया राम नेताम ने बताया कि हम दोनों मामा भांजा होते थे उसमें गजब के गंभीर समस्याओं को त्वरित निराकरण करने में महारत थे। हम दोनों ने सरपंचीय कार्यकाल पर जनता के बेखूबी सेवा भी किये सर्व आदिवासी समाज राजापडा़व क्षेत्र के अध्यक्ष के रूप में उन्होंने सबको एक सूत्र में बांधकर रखा उसके यादें जेहन में आज भी है।
जय सिंह नेताम ग्राम शुक्लाभाँटा ग्राम पंचायत गोना उम्र 75 वर्ष

1993- 94 से गायत्री मिशन से जुड़कर क्षेत्र के अधिकांश लोगों को नशा एवं फिजूल खर्चो से दूर रहने का संकल्प दिलाते हुए सैकड़ो लोगो के जीवन सुधारने में अहम भूमिका निभाई है। क्षेत्र के लोगों को संस्कारवान बनाने के लिए कृत संकल्पित होने के साथ ही 1995-96मे राजापड़ाव क्षेत्र के सबसे अंतिम छोर में बसा हुआ ग्राम गरीबा में स्कूल नहीं हुआ करते थे उस समय वहां सेवाभावी से बच्चों को निशुल्क अक्षर एवं पुस्तकीय ज्ञान देने का काम करने के लिए जाना जाता है।बहुत सारे बच्चे साक्षर हुए उसी में से एक सुंदर मंडावी आज गरीबा के व्यावसायिक हैं।
स्वर्गीय श्री हरवंश सिंह सूर्यवंशी जन्म तारीख 16/ 6/ 1940 मृत्यु तारीख 18/ 6/ 2017 निवासी ग्राम मोंगराडीह ग्राम पंचायत भूतबेड़ा शिक्षा 7वी

पंचायती राज के कार्य को बेखूबी से संभालते हुए शोभा,गोना, गौरगांव, इंदागाँव ग्राम पंचायत में अंशकालीन सचिव के रूप में कार्यरत रहते हुए लेखा-जोखा संधारण कार्य बेखुबी से किया करते थे बाद में नए सचिवो की नियुक्ति होने पर उन लोगो को लेखा-जोखा के बारकी गुण सिखाने के साथ ही समस्या ग्रस्त लोगों का समस्या मांग आधारित आवेदन बनाने के लिए भी श्री सूर्यवंशी को जाना जाता है।
ऐसे और विभूति राजापड़ाव क्षेत्र में हैं जिनके परिवार वालों से संपर्क नहीं हो पाने के कारण उनके जीवनी गाथा उपलब्ध नहीं हो पाई लेकिन सभी महान लोगों का राजापड़ाव क्षेत्र उनके बताये मार्गों पर चलते हुए क्षेत्र के दशा और दिशा बदलने के लिए कृत संकल्पित रहने का संकल्प लेती है। वही क्षेत्र वासियों के लिए पूर्ण गुरु पूर्णिमा होगी।