आबकारी विभाग की आधी-अधूरी तैयारी ने बढ़ाई शराब प्रेमियों की दिक्कतें

Chhattisgarh Crimes

रायपुर। कोरोना लॉकडाउन के बीच छत्तीसगढ़ आबकारी विभाग ने सोमवार से एप के जरिए शराब की होम डिलीवरी शुरू करने की घोषणा तो कर दी। मगर, पिछले दो दिनों से शराब के शौकीन परेशान हैं। दरअसल, स्टेशन रोड, शारदा चौक, खमतराई, शंकरनगर आदि इलाके से आनलाइन आर्डर करने वाले अधिकांश मदिरा प्रेमियों के पास यह मैसेज आ रहा है कि जो पता बताया गया है वह दस से पंद्रह किलोमीटर दूर है इसलिए डिलीवरी निरस्त की जा रही है।

शहर के भीतर शराब की होम डिलीवरी करने से मना करने का आबकारी विभाग का यह बहाना लोगों के गले से नहीं उतर रहा है जबकि जिन जगहों को दस से पंद्रह किलो मीटर दूर बताकर आर्डर निरस्त किए गए है, उसकी दूरी दो से तीन किलो मीटर के भीतर है। आलम यह है कि एडवांस बुकिंग के बाद भी लोगों को शराब नहीं मिल पा रही है, जबकि वभागीय मंत्री कवासी लखमा और अफसरों ने अधिक आर्डर मिलने से क्रैश हो चुके एप को दुरूस्त कर समस्या सुलझा लेने का दावा किया था।

जानकारी के मुताबिक, राजधानी रायपुर समेत प्रदेशभर में दो दिनों में मदिरा प्रेमियों द्वारा सात करोड़ रुपए की शराब आर्डर किया गया है पर आर्डर की गई शराब की 50 प्रतिशत भी विभाग डिलीवरी नही करा पाया है। इसके कारण मदिरा प्रेमियों में काफी नाराजगी है। समय पर डिलीवरी नहीं होने से परेशान लोगों को कहना है कि ऑनलाइन पैसे लेने के बाद भी आबकारी विभाग शराब उपलब्ध नहीं करा पा रहा है।

तीन पहिया वाहन से चौक-चौराहे पर डिलवरी, उमड़े लोग

शराब डिलीवरी के तीसरे दिन बुधवार से आबकारी विभाग के अफसरों ने दोपहिया के स्थान पर तीन पहिया वाहन से शराब की डिलीवरी कराने का दावा किया है। उनका कहना है कि शराब दुकानों से वाहन में शराब का स्टॉक रखकर अब चौक-चौराहों में लोगों को शराब दी जा रही है। शराब आर्डर करने वालों की सूची तैयार की गई है और एक-एक कर उन्हें शराब दी जा रही है। इस तरह से डिलीवरी करने से स्थिति में काफी सुधार आएगा। शराब से भरी तीन पहिया वाहन के रूकते ही सड़क पर मदिरा प्रेमियों की भीड़ उमड़ने के साथ शराब लेने लंबी कतार देखने को मिल रही है।

काफी हद तक दिक्कतों को दूर कर लिया गया है। दो दिनों के आर्डर की आपूर्ति पूरी कर ली गई। तीसरे दिन के ऑर्डर की आपूर्ति कर रहे हैं। अगर पंद्रह किलोमीटर से अधिक दूरी बताकर ऑर्डर निरस्त करने के मैसेज ग्राहकों को मिल रहे है तो वे एप पर दिए गए हेल्प लाइन नंबर में इसकी शिकायत करें। शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई करेंगे।

-निरंजन दास, आबकारी आयुक्त