सरगुजा। सरगुजा जिले के मैनपाट में युवक ने कुल्हाड़ी से वार कर पत्नी का सिर धड़ से अलग कर दिया। गुरुवार देर रात हाथी से बचने के लिए बनाए गए कैंप की छत पर महिला सो रही थी तभी पति ने हमला कर दिया। युवक की हरकत देखकर कैंप में सो रहे लोग भाग निकले। घटना की सूचना पर कमलेश्वरपुर पुलिस मौके पर पहुंचकर आरोपी को हिरासत में ले लिया है। कमलेश्पुर थाना अंतर्गत की ये घटना है।
ग्राम उरंगा के पतरापारा निवासी धुनी बाई (34) बीती रात अपनी पांच वर्षीय बेटी के साथ गांव में एक पक्के मकान की छत पर बनाए गए अस्थाई कैंप में सोने गई थी। हाथी के हमले से बचने के लिए कैंप में करीब 10 लोग सो रहे थे। रात करीब दो बजे धुनी बाई का पति श्रीराम (36) कुल्हाड़ी लेकर पहुंचा और लोगों को धमकाने लगा।
श्रीराम की एक वर्ष पहले मानसिक स्थिति बिगड़ गई थी। वह दो दिनों तक कुल्हाड़ी लेकर लोगों को जान से मारने की धमकी दे रहा था। बाद में ठीक हो गया था। उसे हरकत देख कैंप में सो रहे महिलाएं और बच्चे मौके से भाग निकले। धुनी बाई और उसकी बेटी ही कैंप में बचे थे। तभी श्रीराम ने धुनी बाई के गले पर कुल्हाड़ी से कई वार कर उसका सिर धड़ से अलग कर दिया।
घटना के पहले ही उसकी पांच वर्षीय बेटी रोते हुए नीचे उतर गई थी। श्रीराम छत पर कुल्हाड़ी लेकर खड़ा था और लोगों को मार डालने की धमकी दे रहा था। इसकी सूचना कमलेश्वरपुर पुलिस को दी गई।
सूचना पर एएसआई सहदेव राम वर्मन की टीम मौके पर पहुंची और आरोपी को कब्जे में ले लिया। पुलिस ने शव को पंचनामा के बाद पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
रात 11 बजे तक ठीक था युवक
ग्रामीणों ने बताया कि रात को गांव में ही एक बाइक का एक्सीडेंट हो गया था। घटनास्थल पर श्रीराम भी अन्य ग्रामीणों के साथ कुल्हाड़ी लेकर पहुंचा था। रात में वह ठीक था। श्रीराम और धुनी बाई के दो बच्चे हैं।
बड़ा बेटा कक्षा चौथी का छात्र है। बेटी पांच वर्ष की है। घटना के बाद दोनों को रिश्तेदारों को सौंप दिया गया है। ग्रामीणों ने बताया कि आरोपी श्रीराम नशा नहीं करता था। करीब एक माह पूर्व एक्सीडेंट में बेटी का हाथ टूट गया था तो उसने अंबिकापुर ले जाकर बेटी का इलाज कराया था। इस दौरान अचानक उसकी मानसिक स्थिति खराब हो गई थी। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया है।