स्वास्थ्य अधिकारी बोले एक साल ही काम करेगी कोरोना वैक्सीन, अगले साल इसे फिर लगाना पड़ेगा, टीकाकरण प्रभारी बोले- ऐसे कोई स्टडी नहीं

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रायपुर। छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य विभाग में कोरोना संबंध मामलों के प्रवक्ता और एपिडेमिक कंट्रोल के संचालक डॉ. सुभाष मिश्रा ने कोरोना वैक्सीन के प्रभाव पर बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा, कोरोना की यह वैक्सीन केवल एक साल ही काम करेगी। अगले वर्ष फिर वैक्सीन लगानी होगी।

कोरोना का दैनिक बुलेटिन जारी करने के लिए हुई वर्चुअल प्रेस कान्फ्रेंस में डॉ. सुभाष मिश्रा ने कहा, यह अधिकारिक जानकारी है कि कोरोना की वैक्सीन केवल एक साल तक ही प्रभावी रहेगी। उसके बाद सुरक्षा हासिल करने के लिए दोबारा वैक्सीन लगाना पड़ेगा। उन्होंने कहा, यह जानकारी वैक्सीन निर्माता कंपनियों ने ही दी है। इसमें कोई दो राय नहीं बची है। उन्होंने कहा, कोरोना की यह बीमारी नई है। इसलिए इससे बचाव की 100 प्रतिशत प्रभावी कोई दवा नहीं है। न ही कोई डॉक्टर इसको पूरी तरह समझ जाने का दावा कर सकता है। जैसे- जैसे समय बीत रहा है डॉक्टरों को बीमारी की समझ बढ़ रही है। ऐसे में इलाज के नए प्रोटोकाल विकसित हो रहे हैं। फिलहाल टीकाकरण और सावधानी ही इससे बचाव के सबसे बेहतर उपाय हैं।

टीकाकरण अधिकारी बोले, अभी कोई साइंटिफिक स्टडी नहीं

टीके के असर को लेकर हुए सवाल पर राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉ. अमर सिंह ठाकुर का जवाब डॉ. मिश्रा के दावे से बिल्कुल उलट है। उन्हाेंने कहा, वैक्सीन कितने समय तक प्रभावी रहेगी अभी तक कोई साइंटिफिक स्टडी नहीं है। बिना उसके नहीं कहा जा सकता कि टीका कब तक काम करेगा। उन्होंने कहा, जिस दिन स्टडी आ जाएगी उस दिन से आइसीएमआर खुद लिखने लगेगा।

स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि अभी देखा जा रहा है प्रभाव

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसी सवाल के जवाब में अलग दावा किया है। मंत्रालय की वेबसाइट पर मौजूद जवाब के मुताबिक जब किसी वैक्सीन को आपात इस्तेमाल की मंजूरी मिलती है, तो वैक्सीन से मिली सुरक्षा अवधि का आकलन करने के लिए ट्रायल फॉलोअप अगले दो-तीन सालों तक जारी रहता है। कोविड-19 वैक्सीन के लिए ऐसी ही अनुमति दी गई है। मतलब मंत्रालय अभी असर को लेकर कोई दावा करने की स्थिति में नहीं है।

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