रायपुर। रायपुर के सिविल लाइन स्थित मुख्यमंत्री आवास में मंगलवार शाम हलचल बढ़ गई। अचानक वीआईपी गाड़ियों का आना-जाना शुरू हो गया। खबर आई कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक हाई लेवल मीटिंग बुलाई है। इस मीटिंग में शामिल होने रायपुर के एसएसपी प्रशांत अग्रवाल और प्रदेश के डीजीपी अशोक जुनेजा भी पहुंचे। कुछ देर बाद प्रदेश के मुख्य सचिव अमिताभ जैन भी मुख्यमंत्री आवास के अंदर जाते दिखाई दिए। एसीएस सुब्रत साहू और रायपुर आईजी अजय यादव भी कुछ देर बाद भीतर गए।
मुख्यमंत्री आवास में बनाए गए कार्यालय में इन अधिकारियों को बिठाया गया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी यहां पहुंचे, शुरुआत में उन्होंने सभी अधिकारियों से हालचाल पूछा और इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम को लेकर चर्चा शुरू की। यह बैठक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम को लेकर ही बुलाई गई थी, मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से शासकीय कार्यक्रम से जुड़ी जानकारी ली।
दरअसल, 7 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का साइंस कॉलेज ग्राउंड में कार्यक्रम होना है। यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रेलवे, हाईवे से जुड़ी कुछ परियोजनाओं की शुरुआत भी कर सकते हैं। कार्यक्रम में सुरक्षा व्यवस्था, लोगों के आवाजाही, ट्रैफिक सिस्टम को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अधिकारियों से बातचीत की। अब तक सामने आई जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रखने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। उन्होंने अफसरों से दिल्ली से PM के साथ आ रहे अन्य अधिकारियों के बारे में चर्चा की।
कहा था बुलाएंगे तो जाउंगा
दो दिन पहले पीएम के कार्यक्रम में शामिल होने को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि, शासकीय कार्यक्रम है और अगर इसकी सूचना आएगी तो वे भी पीएम मोदी का स्वागत करने जाएंगे और कार्यक्रम में भी शामिल होंगे। इसके साथ ही कहा कि, बीजेपी के जितने नेता आ रहे हैं, सभी झूठ बोलकर जा रहे हैं।
भूपेश बघेल ने कहा था, पिछली बार जब रावघाट रेल परियोजना का उद्घाटन हुआ था, तब सूचना भी नहीं दी गई थी और वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई गई। उसमें भी आमंत्रण नहीं दिया गया था। अगर बुलाएंगे तो शैतान के घर भी जाएंगे और नहीं बुलाएंगे तो भगवान के घर भी नहीं जाएंगे। खबर है कि PM के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री और राज्यपाल भी शामिल होंगे।