हाई यूरिक एसिड के मरीज ऐसे खाएं लहसुन, दर्द होगा ठीक और प्यूरिन पचाने में भी मददगार

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जब हमारा शरीर प्रोटीन को सही से पचा नहीं पाता है तो इसकी वजह से प्रोटीन से निकलने वाला प्यूरिन जो कि एक वेस्ट प्रोडक्ट है वो बढ़ने लगता है। ये हड्डियों में पथरी के रूप में जमा हो जाता है और एक गैप पैदा करने लगता है जिसे गाउट की समस्या कहते हैं। समय के साथ ये समस्या बढ़ने लगती है और परेशान करती है। ऐसे में आप अगर लहसुन का सेवन करें तो इसमें कमी आ सकती है। दरअसल, आज हम आपको बताएंगे कि कैसे लहसुन हाई यूरिक एसिड की समस्या में कारगर तरीके से काम करता है। साथ ही जानेंगे इसके सेवन का तरीका।

यूरिक एसिड में लहसुन खाने के फायदे-Garlic benefits in high uric acid

लहसुन में पाया जाने वाला एस-एलिल-एल-सिस्टीन (S-allyl-L-cysteine) यौगिक जैसे जैथिन ऑक्सीडेज एंजाइम शरीर में यूरिक एसिड के स्तर को कम करने में मदद करता है। लहसुन एक स्वस्थ पाचन तंत्र को बढ़ावा देता है और शरीर के डिटॉक्सिफिकेशन में सहायता करता है और यूरिक एसिड के निर्माण को रोकता है। ये नींबू और विटामिन सी से भरपूर है जो शरीर में यूरिक एसिड के स्तर को कम करने में सबसे कारगर उपाय हैं।

एंटीइंफ्लेमेटरी है लहसुन
लहसुन एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर है और शरीर में सूजन और दर्द को रोकता है। ये हड्डियों के लिए इसी प्रकार से फायदेमंद है और गाउट के दर्द में कमी लाता है। तो, लहसुन का सेवन हड्डियों के बीच दर्द को कम करता है और जोड़ों से जुड़ी समस्याओं में कमी लाता है। इस प्रकार से हाई यूरिक एसिड में लहसुन फायदेमंद है।

हाई यूरिक एसिड के मरीज ऐसे खाएं लहसुन

तो, आपको करना ये है कि लहसुन की 5 से 6 कलियों को कूच लें और एक पैन में सरसों तेल डालकर छोड़ दें। फिर इसमें पानी डालें और हल्का सा काली मिर्च, नींबू का रस और काला नमक मिलाकर उबलने दें। फिर इस पानी को छान लें और पिएं। रोज ये सुबह खाली पेट करें। आपको इसका फायदा खुद नजर आएगा।

(ये आर्टिकल सामान्य जानकारी के लिए है, किसी भी उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें)