- किसान संघर्ष समिति के बैठक में क्षेत्र वासियों ने लिया निर्णय
- शासन प्रशासन से बुनियादी मांग पर अभी तक अमल नहीं इसलिए चुनाव बहिष्कार का लिया गया निर्णय : दैनिक राम मंडावी
पूरन मेश्राम/ मैनपुर। आजादी के 77वें साल बीत जाने के बाद भी सुदूर वनांचल क्षेत्रो में ग्रामीणों को बिजली पानी शिक्षा स्वास्थ्य आवागमन पुल पुलिया के लिए तरसना पड़े इससे बड़ा दुर्भाग्य लोकतांत्रिक देश में क्या हो सकता है।
ऐसा भी नहीं है कि क्षेत्र वासियों के द्वारा बुनियादी मांगों को लेकर चुपचाप बैठा हो शासन प्रशासन को कई दफे मूलभूत बुनियादी माँग को लेकर रैली प्रदर्शन धरना जनसुनवाई सभा पत्राचार भी किया गया लेकिन इस दिशा में कोई भी सरकार गंभीर होकर वनांचल क्षेत्र के रह वासियों के लिए चिंता नही किया इसलिए आज भी बिना मास्टर के स्कूल बिना डॉक्टर के अस्पताल चलने के लिए पगडंडी रास्ते अंधेरों में जिंदगी पुल पुलिया के अभाव में कैसे कटती होगी ऐसे इलाकों की जिंदगी समझा जा सकता है।
अपने प्रमुख मांगों को लेकर एक बार फिर सुदूर वनांचल क्षेत्र के ग्रामीणों ने मुखर होकर अपनी आवाज बुलंद करते हुए चुनाव बहिष्कार करने का निर्णय लिया गया है। जिला मुख्यालय गरियाबंद के विकासखंड मैनपुर के सुदूर वनांचल राजापड़ाव क्षेत्र एवं साहेबिनकछार इलाके के ग्रामीणों ने आज कोकडी़ मे आयोजित किसान संघर्ष समिति के बैठक मे 70 गांव के लोगों ने अस्पाल पुल पुलिया बिजली नहीं तो वोट नही कहते हुए क्षेत्र मे लोकसभा चुनाव 2024 का बहिष्कार करने का निर्णय लिया गया।
इस संबंध में किसान संघर्ष समिति के अध्यक्ष दैनिक राम मंडावी ने बताया कि विकास के नाम से क्षेत्र कोसों दूर है। आज भी मूलभूत सुविधाओं से क्षेत्र वासियों को वंचित होना पड़ रहा है शिक्षा स्वास्थ्य आवागमन पुल पुलिया का हमेशा अभाव व अंधेरों में लोगों की जिंदगी कट रही है। सरकार कहती है अंतिम पंक्ति में खड़े हुए लोगों का प्राथमिकता के साथ विकास करेंगे लेकिन ऐसा क्षेत्र में नहीं दिखता इसलिए किसान संघर्ष समिति राजापड़ाव क्षेत्र के द्वारा इस बार चुनाव बहिष्कार करने का निर्णय लिया गया है जिसका सभी को परिपालन किया जाना है।
साहबिन कछार ग्राम पंचायत के पूर्व सरपंच रूप सिंह मरकाम ने शासन प्रशासन को विकास के नाम से सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया। किसान संघर्ष समिति के बैठक को सरपंच कोकड़ी सखाराम मरकाम, सरपंच अडगड़ी कृष्ण कुमार नेताम,पूर्व सरपंच प्रतिनिधि अड़गडी पुनीत राम ध्रुव, पूर्व सरपंच कोचेंगा दिनाचंद मरकाम, सरपंच प्रतिनिधि ग्राम पंचायत गौरगांव चिमन नेताम ने भी संबोधित किया गया।
किसान संघर्ष समिति के बैठक में लिया गया अहं निर्णय। पार्टीगत चुनाव प्रचार गाड़ी क्षेत्र में आने से उसके साथ नहीं देते हुए उसके बैनर पोस्टर प्रचार सामग्रियों का उपयोग नहीं किया जाना।चुनाव प्रचार गाड़ियों के साथ में क्षेत्र के लोगों को नहीं जाना है।क्षेत्र के गांव हर पारा टोला गांव के झाँकर पटेल मुखियाओं के द्वारा आज तक के क्षेत्र के मूलभूत समस्याओं का समाधान सरकार के द्वारा नहीं किया गया है इसलिए हमें चुनाव में वोट नहीं देना है।
चुनाव बहिष्कार करना है इसका प्रचार प्रसार भी किया जाना है। क्षेत्र के हर गांव में ग्रामीणों के साथ मीटिंग करते हुए सबको किसान संघर्ष समिति के बैठक में हुए निर्णय का जानकारी दिया जाना है। प्रत्येक गांव से किसान संघर्ष समिति के संचालन एवं व्यवस्थागत के लिए आर्थिक सहयोग 20 गांव से ₹10000 नगद दिया गया।
लोकतांत्रिक देश में शोषित पीड़ित वंचित समुदाय के द्वारा लोकसभा चुनाव 2024 क्षेत्र राजापड़ाव के ग्रामीणों के द्वारा चुनाव बहिष्कार क्यों किया जा रहा है इसका प्रचार प्रसार भली-भांति से सोशल मीडिया व्हाट्सएप सहित तमाम माध्यमों से किया जाना है। हमारे क्षेत्र में चुनाव बहिष्कार क्यों किया जा रहा है इसका प्रचार प्रसार के लिए किसान संघर्ष समिति के द्वारा बनाया गया बैनर पोस्टर पांपलेट का ही उपयोग क्षेत्र वासियों को किया जाना है।
किसान संघर्ष समिति के बैठक में विशेष रूप से समिति के अध्यक्ष दैनिक राम मंडावी, रूप सिंह मरकाम, हरिहर यादव, घासीराम साहू, उपेंद्र मरकाम,गणेश मरकाम,जीवन सोरी,भुजबल मरकाम,फूलचंद मरकाम, पुनीत राम ध्रुव,दीनाचंद मरकाम, दुर्जन मरकाम, कृष्ण कुमार नेताम, मंगलूराम मरकाम,कबिलाश सोरी, सखाराम मरकाम,चिमन नेताम,तिलक राम मरकाम, गणेशराम नेताम, दशरथ नेताम, शंकर दास वैष्णव, रविंद्र मरकाम, राम सिंह मरकाम, गोवर्धन विश्वकर्मा,बंसीलाल केमरो, भुजबल, राजेंद्र कुमार मंडावी, कंगाल राम नेगी, मनीराम नागेश दशरथ नेताम, गोपीनाथ मंडावी मनहर मरकाम, पूनाराम नेताम,सुंदर मंडावी, कमलेश नेताम,शिव प्रसाद, देसी राम, राधेश्याम, राजेंद्र कुमार मंडावी सहित क्षेत्र भर के सैकड़ो ग्रामीण बैठक में शामिल रहे।