पूरन मेश्राम /मैनपुर। गरियाबंद जिला के विकासखंड मैनपुर आदिम जनजाति कमार ग्राम भाँठापानी के ग्रामीणों द्वारा अपनी लंबित मांगों के निराकरण के लिए कई बार शासन प्रशासन को आवेदन निवेदन किया गया जिसके बाद भी मामला लंबित होने के कारण मजबूरी में 11 दिसंबर बुधवार को भाँठापानी से ब्लॉक मुख्यालय मैनपुर तक 40 किलोमीटर पदयात्रा कर सैकड़ो ग्रामीण मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपेंगे। भाँठापानी प्राथमिक शाला के प्रधान पाठक मोहन नेताम को मूल शाला में वापस लाने एवं भाँठापानी के माध्यमिक शाला नवीन भवन निर्माण के लिए राशि स्वीकृत होने के बाद भी ठेकेदार के द्वारा नहीं बनाई जा रही है। जिसके कारण मजबूरी में बच्चे अतिरिक्त भवन के कमरा जहां पर स्टाक रूम, लाइब्रेरी, कार्यालय वहीं पर मजबूरी मे पढ़ाई करने को मजबूर हो रहे है।
15 वर्षों से बच्चे अतिरिक्त भवन के एक कमरा में पढ़ाई करके कैसे अपना भविष्य गढ़ते होंगे समझा जा सकता है।
भयंकर भयावाह समस्या नहीं है स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के भविष्य गढ़ने के लिए शिक्षक और स्कूल भवन निर्माण की तो बात है।उसके बावजूद भी अभी तक समस्या का समाधान नहीं होना कहीं ना कहीं शासन प्रशासन और सिस्टम पर सवाल खड़ा करता है।
9 दिसम्बर को एसडीएम मैनपुर कार्यालय पहुंँचकर ज्ञापन सौंपने वालों में पूर्व उपसरपंच बुद्धू राम मरकाम ,सोनसाय,बीरबल राम, सुकनाथ, तुकाराम, रामदेव, चमार सिंह, जोहन लाल, सुखूराम,रामनाथ, बुधराम सहित भाँठापानी के ग्रामीण जन शामिल रहे।