देर रात कहीं भी फंसें तो डायल करें 100, अब से महासमुंद पुलिस पहुंचाएगी घर तक

Chhattisgarh Crimes

महासमुंद। महिलाओं को सुरक्षा देने के लिए महासमुंद पुलिस ने अनोखा कदम उठाया है। महिलाएं अब कहीं भी फंसी या फिर देर रात घर पहुंचने का कोई साधन नहीं मिला या महिलाएं कहीं खुद को असुरक्षित महसूस करे तो वह महासमुंद पुलिस को फोन कर सकती हैं। पुलिस ऐसी महिलाओं की तत्काल मदद करेगा और उन्हें घर तक पहुंचाएगा। महासमुंद पुलिस ने इस पर पहल करते हुए 100 नंबर को भी महिलाओं की मदद के लिए खोल दिया है। इस पहल की शुरुआत महिला दिवस पर आज से शुरू की जाएगी। इसके साथ ही महिला, युवती और बालिकाओं की सुरक्षा के लिए भी महासमुंद पुलिस नई पहल शुरू कर रही है। इनकी सुरक्षा को देखते हुए जिले में शक्ति केंद्र शुरू की जा रही है, जहां फोन कर महिलाएं किसी भी प्रकार की परेशानी होने पर सीधे शिकायत कर सकती हैं। इसकी शुरुआत भी सोमवार को की जाएगी। एसपी प्रफुल्ल कुमार ठाकुर ने बताया कि महासमुंद जिले की महिलाएं यदि सफर के दौरान कहीं पर फंस जाती हैं, उन्हें बस, टैक्सी या फिर अन्य कोई सुविधा घर पहुंचने के लिए नहीं मिलती तो वे हमें फोन करे। उन्हें सुरक्षित घर पहुंचाया जाएगा। महिलाएं डायल 112 में भी फोन कर यह लाभ ले सकती हैं।

112 से मदद को लेकर कई लोगों को नहीं थी जानकारी

दरअसल, भास्कर ने जिले में महिलाओं के लिए पुलिस द्वारा उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं को लेकर सर्वे किया था। भास्कर ने जिलेभर से करीब 100 महिलाओं से बात की। इस दौरान चौंकाने वाले मामले सामने आए। 100 में से 60 महिलाओं ने बताया कि उन्हें ऐसी जानकारी नहीं है कि कहीं फंसने पर डायल 112 के जरिए पुलिस घर पहुंच सुविधा उपलब्ध कराती है।

112 ने युवती को घर छोड़ने से मना किया था

8 फरवरी को एक युवती भटककर झलप पहुंच गई थी। जशपुर जिले के पत्थलगांव थाना क्षेत्र के ग्राम लुडेक की एक आदिवासी युवती पुलिस भर्ती परीक्षा में रायपुर गई हुई थी। रायपुर से घर वापस लौटने के लिए रायपुर से वह बस में सवार हुई, लेकिन बस चेकर ने युवती को गलत बस में बिठा दिया। देर रात युवती झलप पहुंच गई और उसे बस चालक ने वहीं उतार दिया। आसपास के लोगों ने युवती की मदद के लिए डायल 112 को फोन किया। सूचना के करीब डेढ़ घंटे बाद डायल 112 की टीम पहुंची, लेकिन उसमें सवार कर्मचारियों ने उच्च अधिकारियों का परमिशन नहीं होने का हवाला देते हुए युवती को निकटतम गंतव्य तक छोड़ने से मना कर दिया। इसके बाद गांव के सरपंच सहित अन्य गणमान्य नागरिकों ने स्वयं के खर्च से गाड़ी कर युवती को बागबाहरा में युवती के मौसी के घर सकुशल पहुंचाया। साथ ही मामले की शिकायत एसपी प्रफुल्ल कुमार ठाकुर से भी की।

छेड़छाड़ पीड़िताओं के लिए नंबर जारी

आज से महासमुंद में महिलाओं की सुरक्षा और उन्हें हर संभव मदद पहुंचाने के लिए शक्ति केंद्र की शुरुआत की जा रही है। एडिशनल एसपी मेघा टेंभुरकर साहू ने बताया कि जिलेभर में यदि कोई महिला, युवती या बच्चियां किसी परेशानी, तकलीफ या हिंसा की शिकार हुई हैं, या उनसे किसी ने छेड़छाड़ की है तो वे 9479230095 नंबर पर फोन कर सूचना दे सकती हैं। यह नंबर जिले के कंट्रोल रूम में होगा। फोन करने पर उनके निवास स्थान पर संबंधित थाना क्षेत्र से तत्काल मदद पहुंचाई जाएगी।

संवेदना कक्ष की शुरुआत भी हुई

महिला दिवस पर कोतवाली में बने संवेदना कक्ष का शुभारंभ होगा। इसी दौरान शक्ति केंद्र का शुभारंभ होगा। साथ ही महिलाओं को घर छोड़ने संबंधी योजना की शुरुआत की जाएगी। यहां विभिन्न कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। एएसपी ने बताया कि कई बार महिलाएं अपनी शिकायत लेकर पहुंचती हैं, लेकिन थाना परिसर में भीड़ होने के कारण वे हिचकिचाहट में अपनी बात ठीक से रख नहीं पताी। ऐसे में संवेदना कक्ष में महिलाएं, महिला पुलिस अधिकारी और कर्मचारियों के सामने खुलकर अपनी बात रख सकेंगी।

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