गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में 43 हाथियों का उत्पात लगातार जारी

Chhattisgarh Crimes

पेंड्रा। छत्तीसगढ़ के गौरेला-पेंड्रा-मरवाही (GPM) जिले में 43 हाथियों का उत्पात लगातार जारी है। ये हाथी का झुंड इस इलाके में पिछले 13 दिनों से घूम रहा है। बताया गया है कि पिछले 2 दिनों में ही हाथियों ने 17 से ज्यादा मकानों को तोड़ दिया है। साथ ही कई किसानों की फसलों को चौपट किया है। इलाके में लगातार हाथियों के पहुंचने से लोगों में दहशत भी बढ़ती जा रही है।

मरवाही वन रेंज में 42 हाथियों का झुंड 29 नवंबर को पहुंचा था। कुछ दिन पहले मादा हाथी ने एक बच्चे को जन्म दिया, जिसके बाद यह संख्या बढ़कर 43 हो गई। यह हाथियों का झुंड कभी मरवाही रेंज में रहता है तो कभी कोरबा के कटघोरा वन मंडल में चला जाता है, जिसकी वजह से वन विभाग को भी इन पर नजर रखने परेशानी हो रही है।

बताया जा रहा है कि मरवाही वन रेंज में शुक्रवार को हाथी ने 8 किसानों की फसलों को चौपट कर दिया था। इसके पहले गुरुवार को हाथियों ने इसी रेंज के मड़ई और दमदम में 12 से ज्यादा लोगों के घरों को तोड़ दिया। वन विभाग की टीम लगातार इन पर निगरानी रख रही है। मगर टीम झुंड को गांव में आने से रोकने में अब तक नाकाम रही है।

हाथियों का यह झुंड अभी कोटमी परिसर क्षेत्र में मौजूद है। शुक्रवार को यह झुंड कोरबा जिले के कटघोरा वन मंडल और गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले की मरवाही वन रेंज की सीमा पर था। संभावना है कि मरवाही वनमंडल के मटियाडांड़ परिसर और कटघोरा वन मंडल के पसान परिक्षेत्र की ओर झुंड अब आगे बढ़ सकता है। वन विभाग की टीम लोगों को लगातार समझाइश दे रही है कि किसी भी हाल में हाथियों के नजदीक न जाए। वहीं हाथी प्रभावित क्षेत्रों में वन विभाग की टीम मुनादी भी करा रही है।

Exit mobile version