पटना में कांग्रेस के मुख्यालय सदाकत आश्रम में इनकम टैक्स की रेड, गाड़ी में मिले लाखों रुपये

Chhattisgarh Crimes

पटना। चुनावी गहमागहमी के बीच गुरुवार को आयकर विभाग की टीम ने बिहार कांग्रेस के सदाकत आश्रम स्थित मुख्यालय में छापेमारी की। गुप्त सूचना के आधार पर हुई इस छापेमारी में टीम ने लाखों रुपए सहित अन्य दस्तावेज बरामद किए। हालांकि आयकर टीम द्वारा छापेमारी में क्या-क्या बरामद हुआ है, इसकी आधिकारिक रूप से कोई जानकारी नहीं दी गई है।

आयकर सूत्रों के अनुसार सदाकत आश्रम में नकदी होने की जानकारी मिली थी। गुप्त सूचना के आधार पर आयकर विभाग की टीम गुरुवार की देर शाम दल-बल के साथ सदाकत आश्रम पहुंची। इस टीम में स्थानीय पुलिस-प्रशासन के अधिकारी मौजूद थे। सदाकत आश्रम पहुंचते ही टीम ने वहां खड़ी गाड़ियों की तलाशी शुरू कर दी। इसी दौरान एक टाटा जेस्ट कार में आठ लाख 50 हजार रुपए नकद मिले। जिस गाड़ी से नकद बरामद किया गया, उस पर झारखंड का नंबर है।

नकदी वाली गाड़ी से जुड़े तीन लोगों से पूछताछ की जा रही है जिसमें आशुतोष कुमार सिन्हा, जितेन्द्र कुमार व योगेन्द्र कुमार बताए जा रहे हैं। इनमें एक गया के डोभी, दूसरा गया शहर डेल्हा तो तीसरा व्यक्ति गया के आंती का रहने वाला बताया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार पूछताछ में यह बात सामने आई है कि बरामद नकदी गया जिले से चुनाव लड़ रहे एक प्रत्याशी का है। इस बाबत हिरासत में लिए गए तीनों व्यक्तियों से पूछताछ की जा रही है। देर शाम तक आयकर की टीम छापेमारी जारी रही। छापेमारी के बाद आयकर टीम ने कांग्रेस से बरामद नकदी पर नोटिस देकर जवाब मांगा है।

इस पूरे प्रकरण पर कांग्रेस सांसद व बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि कोई कितना भी परेशान करे, कोई फर्क नहीं पड़ेगा। राहुल गांधी के कार्यक्रम के एक दिन पहले कांग्रेस मुख्यालय पर छापा क्यों डाला गया, पब्लिक सब जानती है। कार्यक्रम होगा और बहुत सफल होगा।

उन्होंने कहा कि भाजपा प्रत्याशी के भाई के गाड़ी से 22 किलो सोना मिला। आयकर की टीम भाजपा कार्यालय नहीं गई। सदाकत आश्रम में किसी गाड़ी से आठ लाख रुपये मिले तो कांग्रेस मुख्यालय में नोटिस चिपका दिया। पार्टी आयकर विभाग को जवाब देगी और जनता सरकार को। लोकतंत्र में जनता ही मालिक है।

एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि सदाकत आश्रम राजनीतिक दल का मुख्यालय है। यहां किसी को आने से नहीं रोका जाता है। कोई भी आता है। सभी मेरी इजाजत से नहीं आते हैं और न ही किसी की गाड़ी चेक की जाती है। आयकर की टीम ने तत्काल किसी से कुछ पूछा भी नहीं। अधिकारी सबकुछ जानते हैं, कैसे पूछेंगे।