हॉकी में भारत हारा, गोल्ड और सिल्वर का सपना टूटा, बेल्जियम ने 5-2 हराया, अब कांस्य के लिए भारत खेलेगा

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नई दिल्ली। टोकियो ओलंपिक में भारत को करारा झटका लगा है. पुरुष हॉकी सेमीफाइनल में भारत बेल्जियम से हार गया है. सेमीफाइनल मैच में भारत को 2-5 से बेल्जियम ने हरा दिया. भारतीय टीम अब ब्रॉन्ज मेडल के लिए ऑस्ट्रेलिया और जर्मनी के बीच होने वाली दूसरे सेमीफाइनल में हारने वाली टीम के साथ भिड़ेगी। भारत और बेल्जियम के बीच टोक्यो ओलंपिक में हॉकी का सेमीफाइनल का आधा वक्त उतार-चढ़ाव के साथ सांसें थमाने वाला रहा है.

निर्णायक और चौथे क्वार्टर में भाग्य बेल्जियम के पक्ष में रहा, तो उन्होंने खेल भी बेहतर दिखाया. इस क्वार्टर में बेल्जियम ने दो गोल दागकर मुकाबला 5-2 से अपने नाम कर लिया. इस क्वार्टर में एक गोल पेनल्टी कॉर्नर से आया और इसी से सबकुछ बदल गया. बेल्जियम की ओर से चौथा गोल पेनल्टी स्ट्रोक के जरिए किया गया.

यह गोल हेंड्रिक्स की तरफ से किया गया, जो उनका टूर्नामेंट में 14वां गोल रहा. वहीं, तीसरा गोल एक के बाद एक मिले तीन में से आखिरी पेनल्टी कॉर्नर पर आया. इसी क्वार्टर में जो भी टीम बाजी मारेगी, वही अपना इस ओलंपिक में कम से कम रजत सुनिश्चित कर लेगी. इससे पहले तीसरे क्वार्टर की समाप्ति के बाद भी दोनों ही टीमें 2-2 की बराबरी पर रहीं.तीसरे क्वार्टर में दोनों ही टीमों को गोल दागने के कई मौके मिले, लेकिन दोनों का ही बचाव अच्छा रहा. नतीजन इस क्वार्टर में कोई गोल नहीं हुआ और मैच 2-2 की बराबरी पर है. दूसरे क्वार्टर में बेल्जियम ने पिछड़ने के बाद फिर से वापसी करते हुए खुद को 2-2 की बराबरी पर ला दिया है. बेल्जियम के लिए दूसरा गोल पेनल्टी कॉर्नर से हेंड्रिक्स ने किया, जो उनका टूर्नामेंट में 12वां गोल रहा .भारत ने अंतिम 11 मिनट के अंदर तीन गोल खाए.

भारतीय टीम 49 वर्ष बाद ओलंपिक के सेमीफाइनल में पहुंची थी और अब वह ऑस्ट्रेलिया और जर्मनी के बीच होने वाले दूसरे सेमीफाइनल में पराजित होने वाली टीम से कांस्य पदक के लिये भिड़ेगी. भारत की तरफ से हरमनप्रीत सिंह (7वें) और मनदीप सिंह (8वें मिनट) ने गोल किये जबकि बेल्जियम के लिये अलेक्सांद्र हेंड्रिक्स (19वें, 49वें और 53वें मिनट) ने तीन जबकि लोइक फैनी लयपर्ट (दूसरे मिनट) और जॉन जॉन डोहमेन (60वें मिनट) ने एक गोल किया.

भारत ने आखिरी बार मास्को ओलिंपिक में स्वर्ण पदक जीता था, लेकिन वह म्यूनिख ओलिंपिक 1972 के बाद पहली बार सेमीफाइनल में पहुंचा था. मास्को ओलिंपिक में मैच राउंड रोबिन आधार पर खेले गये थे.इससे पहले भारत ने शानदार वापसी करते हुए शुरुआती दस मिनट में ही बेल्जियम के खिलाफ 2-1 की बढ़त बना ली है. भारत के लिए पहला गोल खेल के 10 वें मिनट में हरमनप्रीत सिंह और दूसरा गोल मंदीप सिंह ने कुछ ही देर बाद किया, लेकिन दूसरे क्वार्टर की शुरुआत में बेल्जियम को एक के बाद एक तीन पेनल्टी कॉर्नर मिले, जो भारत ने बचा लिए, लेकिन कुछ देर बाद फिर से पेनल्टी कॉर्नर मिला, जो श्रीजैश नहीं बचा सके और बेल्जियम ने मुकाबले को फिर से बराबरी पर ला दिया.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी हॉकी टीम का यह इतिहास रचने वाला मैच देख रहे थे. उन्होंने ट्वीट कर भारतीय हॉकी टीम को जीत के लिए शुभकामनाएं भी दी थी. पीएम मोदी ने कहा कि उन्हें टीम और उसकी स्किल पर गर्व है. मैच के आधे अंतराल तक भारत औऱ बेल्जियम की टीमें 2-2 गोल की बराबरी पर था.