स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 54 ड्राइवर और कंडक्टर का नेत्र परीक्षण, ब्लड प्रेशर और शुगर की जांच की। ड्राइवरों को यातायात नियमों की जानकारी दी गई। उन्हें नशा न करने और बच्चों की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए गए।
अभियान में सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के अनुसार वाहनों की जांच की गई। इसमें रजिस्ट्रेशन, परमिट, फिटनेस, बीमा से लेकर सीसीटीवी कैमरा, जीपीएस और स्पीड गवर्नर तक की जांच शामिल थी। बसों की हेडलाइट, ब्रेक, सीट और टायर की भी जांच की गई।
पत्थलगांव में होगा अगला चरण
एसएसपी शशि मोहन सिंह ने बताया कि यह अभियान नियमित रूप से जारी रहेगा। अगला चरण पत्थलगांव में आयोजित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बच्चों की सुरक्षा सर्वोपरि है। इसलिए वाहनों की सख्ती से जांच की जा रही है। किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी