मामला केशकाल थाना क्षेत्र का है। जानकारी के मुताबिक, हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी वह अकेली रहती थी। बुधवार सुबह महिला आरक्षक ने लंबे समय तक दरवाजा नहीं खोला। आसपास के लोगों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और दरवाजे को तोड़ा। अंदर साक्षी की लाश कपड़े के फंदे से पंखे से लटकी हुई थी।
जानकारी के मुताबिक, साक्षी 5 साल पहले बस्तर फाइटर में भर्ती हुई थी। 1 जुलाई मंगलवार को उसने सुबह 5 बजे से 2 बजे तक की ड्यूटी की थी। इसके बाद उसकी नाइट ड्यूटी (रात 10 से सुबह 5 बजे) लगी थी, लेकिन वह नहीं थाने नहीं गई। सुबह जब लोगों ने देखा तो वह सुसाइड कर चुकी थी।
मामले की जांच में जुटी पुलिस
साक्षी के पिता नारायणपुर में पुलिस में हवलदार के पद पर पदस्थ है। मूल रूप से इनका परिवार मध्यप्रदेश के रीवा का रहने वाला है। पुलिस विभाग के कर्मियों को 5 हाउसिंग बोर्ड के आवास मिले हैं। इनमें से एक में साक्षी रहती थी।