कोरबा जिले में महुआ शराब के नशे में धुत मां और बेटे ने कीटनाशक पी लिया

Chhattisgarh Crimesछत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में महुआ शराब के नशे में धुत मां और बेटे ने कीटनाशक पी लिया। आत्महत्या से पहले दोनों के बीच जमकर विवाद हुआ था। जिला अस्पताल में मां की मौत हो गई। बेटे का इलाज जारी है। यह मामला बालको थाना क्षेत्र के दोंदरो गांव का है।

मृतका की पहचान मंथन बाई यादव और बेटे की पहचान संजय यादव के रूप में हुई है। दोनों ने पहले जमकर महुआ शराब का सेवन किया और फिर आपस में विवाद करने लगे।

बालको थाना क्षेत्र के दोंदरो गांव में संजय यादव अपनी पत्नी उषा यादव, बच्चों और मां मंथन बाई यादव के साथ रहता था। सोमवार को मां और बेटे ने जमकर शराब पी। मां-बेटे जब शराब के नशे में घर पहुंचे तो पत्नी उषा यादव दोनों इस हालत में देखकर भड़क गई।मां-बेटे को शराब के नशे में देख पत्नी ने टोका

उषा ने पति से शराब के नशे में आने को लेकर सवाल पूछा और इससे बच्चों पर बुरा असर होता है। इस पर दोनों के बीच विवाद होने लगा। ऐसे में गुस्से में आकर संजय पत्नी के साथ मारपीट करने लगा। इस बात से नाराज पत्नी बच्चों को लेकर पड़ोस में चली गई।

वहीं, मां ने जब बहू के साथ मारपीट करने पर बेटे को डांटा। इसके बाद संजय अपनी मां के साथ उलझ गया। फिर मां और बेटे में विवाद शुरू हो गया।

विवाद के बाद गुस्से में मां-बेटे ने कीटनाशक पी लिया

इसके बाद गुस्से में आकर बेटे ने घर में रखे कीटनाशक को पी लिया। बेटे को कीटनाशक पीता देख आवेश में उसने भी इसका सेवन कर लिया। कुछ देर बाद उषा इस बात की जानकारी हुई कि दोनों ने जहर पी लिया है।

वो तुरंत घर पहुंची और डायल 112 की मदद से दोनों को जिला मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया। जहां मंथन बाई की मौत हो गई थी, जबकि पति संजय का इलाज जारी है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है और आगे की कार्रवाई की जा रही है।

पत्नी का आरोप- महुआ शराब का अवैध कारोबार लंबे समय से चल रहा

इधर, उषा ने बताया कि गांव में महुआ शराब का अवैध कारोबार लंबे समय से चल रहा है। यहां गांव में महुआ शराब बनाई और बेची जा रही है, जिससे महिलाएं, पुरुष के साथ अब बच्चे तक इसकी लत में फंस चुके हैं। नशे के कारण आए दिन झगड़े और घरेलू विवाद होते हैं। महुआ शराब बनाने वालों के खिलाफ कार्रवाई जरूरी है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि दोंदरो में कच्ची शराब की बिक्री खुलेआम बिक्री हो रही है। पुलिस और आबकारी विभाग सिर्फ औपचारिक कार्रवाई करते हैं। इससे पूरे गांव का माहौल खराब हो गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

Exit mobile version