टीम के सदस्य राजू बर्मन ने मौके पर पहुंचकर बेबी कोबरा को सुरक्षित रेस्क्यू किया। उन्होंने बताया कि आसपास ही किसी फीमेल कोबरा ने अंडे दिए होंगे। अब इन अंडों से बच्चे निकलने लगे हैं। इसलिए क्षेत्र में सतर्कता बरतने की जरूरत है।
बेबी कोबरा के रेस्क्यू में विशेष सावधानी
नोवा नेचर के जितेंद्र सारथी ने बताया कि यह इस साल का पहला बेबी कोबरा रेस्क्यू था। उन्होंने कहा कि सांप के बच्चों को रेस्क्यू करते समय विशेष सावधानी बरतनी पड़ती है।
बच्चे बड़े सांपों से ज्यादा आक्रामक होते हैं। डर के कारण ये काटने पर एक बार में पूरा जहर छोड़ देते हैं। रेस्क्यू के बाद बेबी कोबरा को सुरक्षित जंगल में छोड़ दिया गया।