दुर्ग। कुम्हारी के टंडन बाड़ी में हुए एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या के मामले को दुर्ग पुलिस ने सुलझा लिया है। अवैध संबंध और पैसों के लेनदेन के विवाद में छोटे भाई ने ही अपनी भाभी भैया और भतीजी-भतीजों की बेरहमी से हत्या कर दी थी। इस मामले में दुर्ग पुलिस ने मृतक के छोटे भाई और उसके दो अन्य साथियों को गिरफ्तार कर इस सनसनीखेज मर्डर का खुलासा किया। साथ ही घटना से जुड़ी कई चौकाने वाली जानकारी भी मीडिया को दी।
जानिए क्या था मामला
दरअसल, कुम्हारी थाना क्षेत्र के कपसदा गांव टंडन बाडी में एक ही परिवार के चार लोगों के लाश की सूचना पुलिस को मिली थी। सूचना पर पहुंची पुलिस को घर के दरवाजे में घर के मुखिया भोलानाथ यादव का शव, घर के अंदर उसकी पत्नी नैला यादव और किचन में 12 वर्षीय बालक, 7 वर्षीय बालिका का शव पड़ा था। पुलिस ने फिंगर प्रिंट व डॉग स्क्वायड बुला कर जांच शुरू की। घर के अंदर सामना बिखरा हुआ था। गांव वालों से पूछताछ में पता चला कि घटना के बाद से ही गांव के 33 वर्षीय आकाश मांझी, 49 वर्षीय टीकम दास धृतलहरे गांव से गायब है। पुलिस ने उनका लोकेशन निकाल उन्हें भवानी पट्टना उड़ीसा से हिरासत में लिया।
पुलिस ने गांव वालों से पूछताछ व संदेह के आधार पर मृतक के छोटे भाई 33 वर्षीय किस्मत यादव को हिरासत में लिया। कड़ाई से पूछताछ में आरोपी ने अन्य दो साथियों के साथ मिलकर हत्या करने की बात कबूल कर लिया। किस्मत यादव ने पुलिस को बताया की बड़ा भाई भोलानाथ यादव रोजाना अपने मित्रों के साथ मौज मस्ती करता था। चार वर्ष पूर्व उसने ट्रेक्टर खरीद लिया था। साथ ही जमीन भी गांव में खरीदी थी। वह घर परिवार में ध्यान नहीं देता था उसके दो बच्चों का भरण पोषण व खुद के माता पिता की भी जवाबदारी छोटा भाई किस्मत ही उठाता था। किस्मत ने आगे बताया उसका बड़ा भाई भोलानाथ यादव खुद तो कोई जिम्मेदारी नहीं उठाता था। किस्मत यदाव ने बताया कि भोलानाथ अपने दोस्त आकाश के माध्यम से मोहनी दवाई मंगवाई थी और स्त्रियों को खिला कर उनके साथ अय्याशी करते थे। उसकी एक प्रेमिका भी थी, जिसके साथ भोलानाथ और आकाश गुलछर्रे उड़ाते थे। उस महिला को किस्मत भी पसंद करता था, लेकिन उसका भाई उनके बीच में था। भाई का महिला के साथ संबंध ये बात उसको रास नहीं आ रही थी और मन ही मन किस्मत अपने भाई भोलानाथ से जलने लगा।
किस्मत के मुताबिक,चार माह पूर्व मृतक भोलानाथ यादव और उसके मित्र आकाश मांझी का मोहनी दवाई और स्त्री से संबंध स्थापित करने को लेकर लडाई झगडा हुआ था। इसी बात को लेकर दोनों में बातचीत भी बंद हो गई थी। भोलानाथ यादव से दूरी होने पर के बाद आकाश ने किस्मत यादव के साथ दोस्ती की और दोनों साथ में ही शराब पीने लगे। दोनों ने मिलकर भोलानाथ यादव से बदला लेने की योजना बनाई।
इस दौरान गांव का ही टीकम भी उनके साथ शराब पीता था। तीनों ने मिलकर मोहनी दवाई इस्तेमाल करने की योजना बनाई और उड़ीसा से 15 हजार में खरीदा। इसके लिए तीनो ने भोलानाथ यादव से पैसो की मांग भी की थी पर उसने गाली गलौच कर भगा दिया था। इस बात का बदला लेने तीनों ने 29 तारीख की दोपहर को एक साथ मिलकर शराब पी और उसके बाद भोलानाथ यादव के घर पहुँचे। आवाज देने पर भोलानाथ ने दरवाजा खोला, जिसके बाद किस्मत ने पैसो की मांग की। नहीं देने पर तीनों ने बाडी में रखे सब्बल, कुल्हाड़ी व धान काटने के पट्टे से भोलानाथ के सर पर वार कर उसकी हत्या कर दी। चीख पुकार सुनकर जब पत्नी बाहर निकली तो उस पर भी हमला कर दिया। माता पिता की हत्या होता देख दोनों बच्चे भाग कर किचन में छुप गए। पहचान उजागर होने के डर से आरोपियों ने उनकी भी हत्या कर दी। तीनों को पता था कि मृतक के पास पैसा रहता है। घर की तलाशी लेने पर उन्हें अलमारी से 7 लाख 92 हजार व सोने चांदी के जेवरात मिले। जिन्हें लेकर वे फरार हो गये। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
गिरफ्तार आरोपी व जब्त सामान
किस्मत यादव 33 वर्ष, आकाश मांझी 35 वर्ष, टीकम दास धृतलहरे 49 वर्ष, सभी निवासी ग्राम कपसदा थाना कुम्हारी जिला दुर्ग। इनसे घटना मे प्रयुक्त आलाजरब, खून से सने अरोपियों के कपड़े, व लूटी गई सोने चांदी के जेवरात, व नगदी रकम 7 लाख 92 हजार रुपये बरामद।