लगातार संघर्ष के बाद पक्की सड़क तो मिला पर पुलिया के आभाव में ग्रामीणों का संघर्ष अधूरा

Chhattisgarh Crimes

वर्ष 2018 में मोंगराडीह से बरगांव तक डामरीकृत सड़क बनाया गया लेकिन आज तक नही बन पाया बरगांव नाला में पुलिया

पूरन मेश्राम।

मैनपुर। विकासखंड मुख्यालय मैनपुर से लगभग 25 किलोमीटर की दूरी में बसा राजापडा़व क्षेत्र का इलाका मोंगराडीह गांव से बरगाँव तक दूरी लगभग 3 किलोमीटर प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना अंतर्गत 2018 में 68.92 लाख से भारत सरकार ग्रामीण विकास मंत्रालय के वित्तीय सहायता से डामरी कृत पक्की सड़क का निर्माण तो किया गया लेकिन बरगांव नाला में पुलिया के निर्माण नहीं होने के कारण आज पांच वर्ष बाद भी क्षेत्र के ग्रामीणों को बरसात के दिनों में भारी परेशानी होती है।

पक्की सड़क निर्माण के समय क्षेत्र के ग्रामीणों को बरसात के दिनों में होने वाली परेशानियों से अब निजात मिलेगी ऐसी मंशा थी। लेकिन पुलिया के निर्माण नहीं होने से क्षेत्र के ग्रामीणो मे मायूसी देखी जा रही है। खास करके बरसात के दिनों में नाला के ऊपर पानी के तेज बहाव होने से सप्ताह भर तक भी लोगों को घर में ही रहना पड़ता है। अति आवश्यक दैनिक खाद्यान्न सामग्रियों के लिए भी ग्रामीणों को भटकना पड़ता है। वहीं स्वास्थ्य के क्षेत्र मे ग्रामीणों को दिक्कतो का सामना करना पड़ता है जहां प्रसव पीड़ा से ब्याकुल माताओं को खाट के सहारे बडी़ मुश्किलो से नाला पार कराते हुए अस्पताल ले जाना मजबूरी है।

इस नाला मे पुलिया नही होने से इन दिनों ग्रामीणों को घंटों खड़े होकर पानी कम होने का इंतजार करना पड़ता है। इस नाला को पार करते हुए ग्रामीणों द्वारा जनधन की हानि होते हुए भी देखी गई है ग्रामीणों ने बताया कि इस नाला में पिछले साल की बाढ़ में दो मवेशी एवं एक ग्रामीण बह गये थे जिन्हे मशक्कत के बाद निकाला गया था। ग्राम पंचायत कोकड़ी के सरपंच सखाराम नेताम के नेतृत्व में ग्रामीणों द्वारा जिलाधीश गरियाबंद को पुलिया निर्माण कराने के संबंध में ज्ञापन देने का मन बना लिये है। ग्रामीण मुखिया सोमा राम मरकाम, कन्हैयालाल मंडावी, बुधराम मंडावी, महादेव नेताम, कुशल नेताम, सोमारू यादव, घसियाराम मंडावी, पीलसाय मरकाम, सहदेव नेताम, सुकलाल नेताम सहित क्षेत्र के मुखियाओ ने बरगांव नाला में पुलिया निर्माण कराने की मांग शासन प्रशासन से किया है।