आज से 14 नवंबर तक पूरे देश में लगेंगे विधिक जागरूकता शिविर, राष्ट्रपति व सीजेआई करेंगे उद्घाटन

Chhattisgarh Crimes

बिलासपुर। छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सहायता प्राधिकरण के मार्गदर्शन में महात्मा गांधी की जयंती 2 अक्टूबर से बाल दिवस 14 नवंबर तक प्रदेशभर में विधिक जागरूकता शिविर आयोजित किये जायेंगे। ये शिविर राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (नालसा) के निर्देश पर आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत आयोजित किये जा रहे हैं। इस दौरान विविध कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं।

कल दो अक्टूबर को नालसा द्वारा विज्ञान भवन, नई दिल्ली में इस आयोजन का उद्घाटन होगा। इस कार्यक्रम में राष्ट्रपति, प्रधान न्यायाधीन, सुप्रीम कोर्ट के अन्य न्यायाधीश, केन्द्रीय मंत्री शामिल होंगे। राज्यों से इस कार्यक्रम में मुख्य न्यायाधीश, राज्यों के विधिक प्राधिकरण के अध्यक्ष व अन्य न्यायाधीश भी जुड़ेंगे। उक्त समारोह का सोशल मीडिया और यू-ट्यूब चैनलों पर सीधा प्रसारण भी किया जायेगा।

छत्तीसगढ़ में कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के निर्देश पर 2 अक्टूबर से 14 नवंबर तक अनेक विधिक जागरूकता कार्यक्रम रखे जायेगें। इस संबंध में जिला विधिक सेवा प्राधिकरणों को आवश्यक निर्देश जारी किये गये हैं।

उपरोक्त अभियान का पहला चरण 1 अक्टूबर से 24 अक्टूबर तक तथा दूसरा चरण 25 अक्टूबर से 14 नवंबर तक चलेगा।

उपरोक्त कार्यक्रम जेल, किशोर न्याय बोर्ड, मेला, मीना बाजार, रेल्वे स्टेशन, बस स्टेशन में विधिक जारूकता के कार्यकम चलाये जायेंगे। उक्त शिविर व कार्यक्रमों में नालसा द्वारा तैयार किये गये वीडियो का भी प्रसारण किया जायेगा। इसी प्रकार नालसा की सरल कानूनी शिक्षा पर आधारित लघु फिल्मों को प्रदेश की सभी गावों तथा आमजन तक पहुंचाने का प्रयास किया जावेगा।

राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, बिलासपुर के उपरोक्त आदेश के पालन में समस्त जिला विधिक सेवा प्राधिकरणों के द्वारा व्यापक तैयारियां एवं व्यवस्था की गई है। इसके तहत 2 अक्टूबर को समस्त जिलों एवं तहसील स्तरों पर प्रभात फेरी निकाली जायेगी। इसके अलावा समस्त जिला विधिक सेवा प्राधिकरणों के द्वारा उपरोक्त अभियान के सफल संचालन हेतु कुल 241 टीमों का गठन किया गया है। उक्त टीमों में पैनल अधिवक्ताओं, पैरालीगल वालिंटियर्स, आंगनबाड़ी कार्यक्रर्ताओं को शामिल किया गया है। उक्त टीमों को कुल 16654 गांव आबंटित किये गये हैं। प्रतिदिन निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार गांवों में जाकर विधिक जारूकता कार्यक्रम एवं शिविरों का आयोजन किया जायेगा।