रायपुर। राजधानी रायपुर के बांठिया अस्पताल पर बड़ी कार्रवाई की गई है। 10 दिनों के लिए कोविड अस्पताल का लाइसेंस रद्द कर दिया गया है।
मरीजों ने तय दर से ज्यादा पैसे लेने का आरोप लगाया है। आरोप ये भी है कि लाखों रुपए लेने के बाद अस्पताल से बिल नहीं दिया जा रहा है। परिजनों ने इसकी शिकायत CMHO से की।इसके बाद कोविड अस्पताल का लाइसेंस 10 दिनों के लिए रद्द कर दिया गया है। अस्पताल में अब 10 दिनों तक नए मरीजों की भर्ती नहीं हो सकेगी।
बता दें इससे पहले राजधानी के दो बड़े अस्पतालों की गंभीर लापरवाही सामने आई है। बताया जा रहा है कि बेड खाली होने के बावजूद अस्पताल प्रबंधन ने बेड खाली नहीं होने की जानकारी दी थी। मामले में संज्ञान लेते हुए रायपुर सीएमएचओ ने दोनों अस्पतालों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
दो मरीज़ों का लौटाया पैसा
दरअसल, बांठिया अस्पताल में 16 अप्रैल को माना निवासी भूपेंद्र वर्मा को भर्ती किया गया था. इसके बाद उनकी 28 अप्रैल को मौत हो गई थी. अस्पताल प्रबंधन ने बिना बिल चुकाए डेड बॉडी देने से मना कर दिया. परिजनों ने गहने गिरवी रख कर पैसे का बंदोबस्त किया और अस्पताल को चुकाए. अस्पताल प्रबंधन ने 5 लाख 10 हजार रुपए का बिल दिया था. इसकी शिकायत भी की गई थी. मामला मीडिया में आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने कार्रवाई की है.